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इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।आंशिक चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा का रंग हल्का लाल हो जाता है।
दुनियाभर में सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण शुरू हो गया है। भारत में यह इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण है। यह आंशिक चंद्रग्रहण करीब साढ़े 3 घंटे तक चलेगा। यह पिछले 580 साल में सबसे लंबा चंद्रग्रहण है। इस आंशिक चंद्रगहण को भारत, पश्चिमी अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, प्रशांत और अटलांटिक समुद्र में देखा जा सकता है। भारत में यह आंशिक चंद्रग्रहण 2.34 बजे से पूर्वोत्तर के राज्यों में ही दिखाई देगा।
वैज्ञानिकों के मुताबिक दुनिया में 1 हजार सालों में यह सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण है। इस दौरान चंद्रग्रहण जब अपने चरम पर होगा तब धरती की छाया चांद को 97 फीसदी तक ढंक लेगी। इससे सूरज की रोशनी चंद्रमा तक पहुंचना बंद हो जाएगी और वह भूरा तथा लाल दिखाई देने लगेगा। भारतीय खगोलविदों का कहना है कि 19 नवंबर को आंशिक चंद्रगहण भारत में लगेगा। यह चंद्रग्रहण शाम को 12.48 से शुरू होगा और शाम को 4 बजकर 17 मिनट पर खत्म होगा।
1 हजार वर्षों में पहली बार सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण
उन्होंने कहा कि भारत में यह शाम को 2.34 बजे शुरू होगा और चांद को 97 फीसदी तक घेर लेगा। इस दुर्लभ खगोलीय घटना को अरुणाचल प्रदेश और असम के कुछ हिस्सों में देखा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि चांद के निकलने के ठीक बाद कुछ देर के लिए दुर्लभ नजारा देखने को मिलेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया में 1 हजार वर्षों में पहली बार सबसे लंबा आंशिक चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। इससे पहले 18 फरवरी वर्ष 1440 को पृथ्वी पर इतना लंबा आंशिक चंद्रग्रहण देखा गया था।
यही नहीं अगली बार इस तरह का नजारा देखने के लिए लोगों को 8 फरवरी 2669 का इंतजार करना होगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मुताबिक आंशिक चंद्रग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी की हल्की सी छाया चंद्रमा पर पड़ने लगती है। अर्थस्काई डॉट ओआरजी का कहना है कि यह चंद्रग्रहण करीब 21693 सेकंड का रहेगा जो करीब 6 घंटे और दो मिनट होता है। वेबसाइट ने बताया कि साल 1440 से लेकर वर्ष 2669 के बीच यह सबसे लंबा आंशिक सूर्यग्रहण होगा।
भारत में अगला चंद्रग्रहण 8 नवंबर, 2022 को देखा जाएगा
भारत में यह इस साल आखिरी चंद्रग्रहण होगा। अगला चंद्रग्रहण 8 नवंबर, 2022 को भारत में देखा जाएगा। यह पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। इस चंद्रग्रहण को भारत के अलावा अफ्रीका, पश्चिमी यूरोप, नॉर्थ अमेरिका, साउथ अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर के ऊपर देखा जा सकता है। आंशिक चंद्रगहण में पृथ्वी की छाया पूरी तरह से चंद्रमा को ढंक नहीं पाती है। इससे चंद्रमा की सतह से नाटकीय तरीके का प्रकाश निकलता है। इसे पृथ्वी से देखा जा सकता है।आंशिक चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा का रंग हल्का लाल हो जाता है।
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