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लिथुआनिया ने लोगों को चीनी फोन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी, जानें क्यों?

Gulabi
23 Sep 2021 12:44 PM GMT
लिथुआनिया ने लोगों को चीनी फोन का इस्तेमाल नहीं करने की सलाह दी, जानें क्यों?
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चीन और लिथुआनिया के रिश्ते

लिथुआनिया (Lithuania) में चीन (China) में बने मोबाइल फोन (Mobile Phone) को देश से बाहर निकालने की तैयारी हो रही है. दरअसल, एक सरकारी रिपोर्ट में बताया गया है कि चीनी फोन (Chinese smartphones) और डिवाइस के जरिए सेंसरशिप (Censorship) का खतरा है. लिथुआनिया के रक्षा मंत्रालय (Lithuania's defense ministry) ने सिफारिश की है कि ग्राहक चीनी मोबाइल फोन को खरीदने से बचें. इसने लोगों को सलाह दी कि अगर उनके पास चीनी फोन हैं, तो वो उसे फेंक दें. चीन पर पहले भी सेंसरशिप के आरोप लग चुके हैं.

देश की साइबर सुरक्षा बॉडी ने कहा कि चीन की स्मार्टफोन दिग्गज कंपनी शाओमी कॉर्प (Xiaomi Corp) द्वारा यूरोप (Europe) में बेचे जाने वाले फ्लैगशिप फोन में 'फ्री तिब्बत', 'लॉन्ग लिव ताइवान इंडिपेंडेंस' और 'डेमोक्रेसी मूवमेंट' जैसे शब्दों का पता लगाने और सेंसर करने की काबिलियत है. रक्षा मंत्रालय के राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा केंद्र ने रिपोर्ट में कहा कि शाओमी के Mi 10T 5G फोन सॉफ्टवेयर की क्षमता यूरोपियन यूनियन क्षेत्र के लिए बंद कर दी गई थी. लेकिन इसे किसी भी समय दूरस्थ रूप से चालू किया जा सकता है. रक्षा उप मंत्री मार्गिरिस अबुकेविसियस ने कहा, हमारी सिफारिश है कि नए चीनी फोन न खरीदें और पहले से खरीदे गए फोन से जल्द से जल्द छुटकारा पाएं.
चीन और लिथुआनिया के रिश्तों में आई है खटास
हाल ही में लिथुआनिया और चीन (Lithuania and China Relations) के बीच संबंधों में खटास आई है. चीन ने पिछले महीने कहा था कि लिथुआनिया बीजिंग (Beijing) से अपने राजदूत को वापस बुला ले और कहा कि वह विल्नियस (Vilnius) में मौजूद अपने राजदूत को वापस बुलाएगा. दरअसल, ये विवाद इसलिए हुआ था क्योंकि ताइवान (Taiwan) ने ऐलान किया था कि लिथुआनिया में उसके मिशन को अब ताइवानी प्रतिनिधि कार्यालय के रूप में जाना जाएगा. यूरोप और अमेरिका में ताइवान के मिशन को ताइपे शहर के नाम से जाना जाता है. ऐसा इसलिए किया जाता है, क्योंकि चीन ताइवान पर अपना दावा करता है.
स्मार्टफोन विवाद पर शाओमी ने क्या कहा?
वहीं, शाओमी ने सफाई देते हुए कहा कि इसके फोन या इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस सेंसर करने का काम नहीं करते हैं. रॉयटर्स को दिए एक बयान में शाओमी के प्रवक्ता ने कहा, 'कंपनी के डिवाइस अपने यूजर्स को या उनके कम्युनिकेशन को सेंसर नहीं करते हैं.' बयान में कहा गया, 'शाओमी ने कभी भी अपने स्मार्टफोन यूजर्स के किसी भी व्यक्तिगत व्यवहार को प्रतिबंधित या ब्लॉक नहीं किया है, जैसे कि सर्च करना, कॉल करना, वेब ब्राउजिंग या थर्ड पार्टी के कम्युनिकेशन सॉफ्टवेयर का यूज करना.' इसने कहा, 'शाओमी सभी यूजर्स के कानूनी अधिकारों का पूरा सम्मान करता है और उनकी रक्षा करता है.'
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