विश्व

श्रीलंका की तरह पाकिस्तान भी होगा दिवालिया! खजाना हुआ खाली

Admin4
24 May 2022 6:49 PM GMT
श्रीलंका की तरह पाकिस्तान भी होगा दिवालिया! खजाना हुआ खाली
x

जनता से रिश्ता वेब्डेस्क। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका की तरह ही पाकिस्तान के दिवालिया होने का खतरा बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान पर कर्ज का बोझ बढ़ रहा है और विदेशी मुद्रा भंडार खाली होता जा रहा है. दिसंबर 2017 में पाकिस्तान की सरकार ने एक अरब डॉलर के पाकिस्तान सुकुक बॉन्ड को बेचा था जिस पर 5.625 प्रतिशत ब्याज था लेकिन अब ऐसे बॉन्ड्स पर ब्याज बढ़कर 27 प्रतिशत हो गया है. इसका मतलब ये हुआ कि पाकिस्तान तेजी से दिवालिया होने के कगार पर जा रहा है.

पाकिस्तानी अखबार द न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो हफ्तों में पाकिस्तान के डिफॉल्टर होने का खतरा तेजी से बढ़ा है. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने बताया है कि जून 2022 के अंत से पहले पाकिस्तान पर 4.889 अरब डॉलर का बकाया है. ऐसे में पाकिस्तान का चालू खाता घाटा भी बढ़ता जा रहा है. अनुमान है कि जून के अंत तक पाकिस्तान का चालू खाता घाटा 3 अरब डॉलर हो जाएगा
तेजी से खत्म होता विदेशी मुद्रा भंडार
पाकिस्तान के दिवालिया होने की तरफ बढ़ने के पीछे विदेशी मुद्रा भंडार का तेजी से गिरना बताया जा रहा है. अगस्त 2021 में पाकिस्तान के स्टेट बैंक के पास विदेशी मुद्रा भंडार 20 अरब डॉलर था. नौ महीनों में ही ये घटकर 10.1 अरब डॉलर हो गया है.
पिछले आठ हफ्तों में ही स्टेट बैंक से लगभग 6 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा खत्म हो गई है. इससे ये स्पष्ट है कि बैंक के पास विदेशी कर्जों को चुकाने और चालू खाता घाटे की भरपाई के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा का भंडार नहीं है. ऐसे में पाकिस्तान को अगर कोई बहुत बड़ी वित्तीय मदद मिलती है, तभी वो खुद को डिफॉल्टर होने से बचा सकता है.
पाकिस्तान की खराब आर्थिक स्थिति के कारण ही हाल ही में राजनीतिक उथल-पुथल भी देखने को मिला था. पीटीआई की इमरान खान सरकार को महंगाई न रोक पाने और खराब अर्थव्यवस्था के कारण सत्ता से बेदखल होना पड़ा.
पाकिस्तान दिवालिया हुआ तो क्या होगा?
अगर पाकिस्तान श्रीलंका की तरह ही दिवालिया हो जाता है तो इससे उसे और अधिक नुकसान होगा. किसी देश के डिफॉल्टर घोषित होने से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों का उस पर भरोसा खत्म होता है और इससे देश की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है. विदेशी कर्ज लेना भी काफी मुश्किल हो जाता है क्योंकि कोई भी किसी दिवालिया देश को कर्ज नहीं देना चाहता. कर्ज मिलता भी है तो काफी उच्च ब्याज दर पर. दिवालिया घोषित होने से देश की मुद्रा की छवि भी खराब होती है और विदेशों का उस देश की मुद्रा से भरोसा उठ जाता है.
पाकिस्तान का बजट घाटा फिलहाल 5 खरब रुपये के करीब है और चालू खाता घाटा 20 अरब डॉलर के करीब पहुंच गया है. पाकिस्तान को जरूरत है कि वो विदेशी कर्ज ले ताकि खुद को दिवालिया होने से बचा सके. दिवालिया होने के बाद पाकिस्तान में बेरोजगारी और बढ़ेगी, ब्याज दर में बढ़ोतरी होगी, बैंक ग्राहकों का पैसा नहीं दे पाएंगे, देश की मुद्रा में भारी गिरावट आएगी और स्टॉक मार्केट क्रैश कर जाएगा


Next Story