विश्व
भारतीय राजदूत संधू को लिखा पत्र, कोरोना के खिलाफ जंग में भारत के योगदान को अमेरिकी संसद के ब्लैक काकस ने सराहा
Bhumika Sahu
1 Feb 2022 4:01 AM GMT
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कोरोना महामारी की संकट को दूर करने के वैश्विक प्रयासों के साथ-साथ कम से कम 38 देशों के साथ 80 लाख से अधिक वैक्सीन साझा करने के लिए अमेरिकी संसद के ब्लैक काकस ने भारत की सराहना की है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी संसद के ब्लैक काकस ने कोरोना महामारी की संकट को दूर करने के वैश्विक प्रयासों के साथ-साथ कम से कम 38 देशों के साथ 80 लाख से अधिक वैक्सीन साझा करने के लिए भारत की सराहना की। बता दें कि ब्लैक काकस के कई सांसद हैं जो बाइडन प्रशासन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी इसी काकस से हैं। ब्लैक काकस की अध्यक्ष और सांसद जायस बीट्टी ने अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू को लिखे एक पत्र में कहा, 'मैं आपकी सरकार के प्रयासों की सराहना करता हूं क्योंकि इसने कम से कम 38 देशों के साथ 80 लाख से अधिक टीका निस्वार्थ रूप से साझा किया है।
बीट्टी ने आगे कहा कि भारत ने अफ्रीकी देशों कांगो, बोत्सवाना, इस्वातिनी, मोजाम्बिक, युगांडा, मलावी, सेनेगल, रवांडा, केन्या, आइवरी कोस्ट, घाना, नामीबिया, मारीशस और सेशेल्स को टीके दिए हैं। इसके अलावा, मालदीव, ओमान, बहरीन, बारबाडोस, डोमिनिका के राष्ट्रमंडल, सेंट लूसिया, एंटीगुआ और बारबुडा, सेंट किट्स एंड नेविस, सेंट विंसेंट और ग्रेनाडीन, जमैका, सूरीनाम, गुयाना, बहामास, बेलीज, डोमिनिकन रिपब्लिक, ग्वाटेमाला, निकारागुआ, मंगोलिया, भूटान, मालदीव, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका और अफगानिस्तान को आपकी मदद से बड़ी राहत मिली है।
भारत को उसकी वैश्विक नेतृत्व भूमिका के लिए धन्यवाद देते हुए अधिकारी ने 19 जनवरी को अपने पत्र में कांग्रेसनल ब्लैक काकस (CBC) की ओर से कहा कि वह कोरोना महामारी से निपटने के लिए भारत के वैश्विक प्रयासों की सराहना करती हैं। इस महामारी ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया है। दुनियाभर में सरकारों ने सामान्य स्थिति में लौटने के लिए आर्थिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने करने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन लोग संघर्ष कर रहे हैं।
बीट्टी ने यह भी कहा कि वैश्विक आर्थिक गतिविधि को फिर से शुरू करना महामारी के प्रभावों को कम करने के लिए आवश्यक होगा। विशेष रूप से दुनिया भर में वंचित और गरीब आबादी पर काफी प्रभाव पड़ा है। इससे उबरने का रास्ता सरकारों की अपनी आबादी का टीकाकरण करने की क्षमता और टीकों के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए वैश्विक सहयोग पर निर्भर करता है। हाल ही में क्वाड लीडरशिप समिट के दौरान अमेरिका, भारत, आस्ट्रेलिया और जापान ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में वैक्सीन पहल पर मिलकर काम करने का संकल्प लिया। यह कदम प्रशंसनीय है।
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