श्रीलंका में जारी आर्थिक और राजनीतिक संकट के बीच विपक्ष के नेता साजिथ प्रेमदासा ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वह श्रीलंका की मदद करते रहें, भले ही कल उनका राष्ट्रपति कोई भी हो.
भारत ने दिया मदद का आश्वासन
इस बीच, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने श्रीलंका की स्थिति पर सर्वदलीय बैठक में कहा, 'राजकोषीय विवेक और सुशासन पर श्रीलंका के बड़े सबक, सौभाग्य से इसमें देश, पीएम के नेतृत्व में, हम दोनों के पास बहुत अधिक मात्रा में है. हमने इसे (श्रीलंका की स्थिति) हमारी पड़ोस नीति के हिस्से के रूप में बहुत ही मानवीय तरीके से संपर्क किया है. वे अभी भी बहुत नाजुक स्थिति में हैं. जैसे-जैसे आईएमएफ के साथ उनकी चर्चा आगे बढ़ेगी, प्रासंगिक एजेंसियों के साथ काम करने के मामले में हम जो भी समर्थन दे सकते हैं, हम करेंगे.
राष्ट्रपति पद के लिए इस नाम पर बन रही सहमति
बता दें कि श्रीलंका के सभी राजनीतिक दल श्रीलंका पोदुजाना पेरामुना (SLPP) पार्टी के अधिकांश सदस्य राष्ट्रपति पद के लिए दुलस अल्हाप्परुमा और प्रेमदासा को प्रधानमंत्री के रूप में नामित करने के पक्ष में हैं. कार्यवाहक श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और दो अन्य को मंगलवार को सांसदों द्वारा 20 जुलाई के राष्ट्रपति चुनाव के लिए तीन उम्मीदवारों के रूप में प्रस्तावित किया गया था. देश में अब गोटबाया राजपक्षे का उत्तराधिकारी ढूंढ़ने की दौड़ चल रही है.