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गैलापागोस ज्वालामुखी से निकलता लावा, देखें विस्फोट के बाद भयानक मंजर

Neha Dani
9 Jan 2022 6:44 AM GMT
गैलापागोस ज्वालामुखी से निकलता लावा, देखें विस्फोट के बाद भयानक मंजर
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इस कारण प्रोनोजीवो और कैंडिपुरो के दो मुख्य गांवों को जोड़ने वाला एक पुल टूट गया था।

इक्वाडोर के भूभौतिकीय संस्थान के अनुसार, गैलापागोस द्वीप समूह के सबसे ऊंचे पर्वत में शुक्रवार को विस्फोट हो गया, जिससे प्रशांत महासागर के ऊपर राख के बादल उठते दिखे। ज्वालामुखी से लावा बहकर निकलने लगा। संस्थान ने कहा कि वोल्फ ज्वालामुखी से गैस और राख के गुबार स्थानीय समयानुसार बुधवार मध्यरात्रि से कुछ समय पहले शुरू हुए विस्फोट के बाद समुद्र तल से 3793 मीटर (12,444 फीट) तक बढ़ गए।

इसाबेला द्वीप के विपरीत दिशा में स्थित, आबादी वाले क्षेत्रों के लिए कोई तत्काल खतरा नहीं था। यह क्षेत्र गैलापागोस श्रृंखला में सबसे बड़ा है। 1,701 मीटर (5,580 फुट) ऊंचा ज्वालामुखी गैलापागोस में कई सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है, जो मुख्य भूमि दक्षिण अमेरिका से लगभग 1,000 किलोमीटर (600 मील) दूर है। दूर से ली गई और सरकार द्वारा प्रसारित फोटो में भोर से पहले के अंधेरे में चमकता लावा दिखाई दे रहा है। ज्वालामुखी आखिरी बार 2015 में फटा था।
जब जावा में दिन में हो गया रात जैसा अंधेरा
इससे पहले दिसंबर 2020 में इंडोनेशिया के जावा द्वीप के सेमेरू ज्वालामुखी में विस्फोट के बाद लोगों से इलाका खाली करवा लिया गया था। इस विस्फोट में एक व्यक्ति कि मौत हुई थी, जबकि 41 लोग घायल हो गए थे। विस्फोट से कुछ दिनों पहले से ही ज्वालामुखी से राख और धुआं निकल रहा था। ज्वालामुखी से निकले राख और धूल की परत इतनी मोटी थी कि पूरे जावा द्वीप पर दिन में ही रात जैसा नजारा दिखने लगा था। इस क्षेत्र में ऑपरेट होने वाली विमानन कंपनियों ने पायलटों के लिए भी सावधान रहने के निर्देश जारी कर दिए थे।
सेमेरु में एक साल में हुए दो विस्फोट


सेमेरु इंडोनेशिया के 130 सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है और सबसे घनी आबादी वाले प्रांतों में से एक में स्थित है। इसमें 2021 में दो विस्फोट हुए थे। दिसंबर से पहले विस्फोट एक जनवरी को हुआ था, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ था। दिसंबर में ज्वालामुखी विस्फोट के कारण आसमान से राख, मिट्टी और पत्थरों की बारिश हुई थी। इस कारण प्रोनोजीवो और कैंडिपुरो के दो मुख्य गांवों को जोड़ने वाला एक पुल टूट गया था।
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