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अफ्रीकियों पर कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का प्रकोप भी हो सकता है।
अनिवार्य कोविड-19 बीमारी के उपचार के लिए आवश्यक उपकरणों के बगैर दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में अफ्रीकी देशों की हालत बदतर है। एक नवीनतम अध्ययन के अनुसार, यहां गंभीर तौर पर बीमार सभी कोविड-19 मरीज मौत के करीब हैं क्योंकि इन देशों में कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए जरूरी उपकरण हैं ही नहीं।
Seriously ill Covid-19 patients in African countries are more likely to die than those on other continents, which could be because of a lack of critical care equipment, study showshttps://t.co/FgZ6A0Xse3 pic.twitter.com/26w3bCnwV6
— AFP News Agency (@AFP) May 21, 2021
इस अध्ययन में मिस्र (Egypt), इथियोपिया (Ethiopia), घाना (Ghana), केन्या (Kenya), लीबिया (Libya), मालावी (Malawi), मोजांबिक (Mozambique), नाइजर (Niger), नाइजीरिया (Nigeria), दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के मरीजों को शामिल किया गया था। एशिया, यूरोप और अमेरिका में औसतन 31.5 फीसद गंभीर रूप से बीमार मरीजों की आइसीयू में मौत हुई जबकि अफ्रीकी देशों में यह आंकड़ा 48.2 फीसद है।
अफ्रीका में अब तक करीब 130,000 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है वहीं दुनिया भर में मरने वाले कुल संक्रमितों का आंकड़ा 3.4 मिलियन है। इसके अलावा वैक्सीन को लेकर धीमी प्रक्रिया अधिक डर पैदा कर रहा है कि अफ्रीकियों पर कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का प्रकोप भी हो सकता है।
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