जनता से रिश्ता वेबडेस्क| किर्गिस्तान कीर्गीज़ के राष्ट्रपति सोरांबाई जेनेबकोव (Kyrgyz President Sooronbai Jeenbekov) ने शुक्रवार को राजधानी बिश्केक (Bishkek) में आपातकाल (state of emergency) की स्थिति घोषित कर दी और सैनिकों को तैनात करने का आदेश दिया. दरअसल, यहां की विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के समर्थकों ने पिछले चुनाव के बाद फैली अशांति के बाद सड़कों पर उतर आए.
राजधानी में पत्रकारों को सुनाई दी गोलियों की आवाज
राजधानी के एक रायटर पत्रकार ने गोलियों की आवाज सुनी और प्रतिद्वंद्वी समूहों के प्रदर्शनकारियों को एक दूसरे पर पत्थर और बोतलें फेंकते और हाथापाई करते देखा. वहां बिखरे हुए लोगों के समूह में से कुछ लोग शांति बनाए रखने की कोशिश में लगा हुआ है और वहां कुछ भी घातक परिणाम नहीं होता है.
सुरक्षा के इंतजाम बहुत सख्त
जेनेबकोव के कार्यालय द्वारा जारी बयान में आपातकाल की बात कही गई है. देश में कर्फ्यू का पालन सख्ती से लागू करने के लिए कहा गया है. सुरक्षा के चाक-चौबंद बहुत ही ज्यादा सख्त कर दिए गए हैं. कर्फ्यू के आदेश शुक्रवार को आठ बजे सुबह से लागू किए गए हैं और इसे 21 अक्टूबर की सुबह 8 बजे तक लागू करने को कहा गया है. राष्ट्रपति कार्यालय के आदेश में यह नहीं कहा गया है कि देश में कर्फ्यू लागू करने के लिए कितने पुलिस कर्मी लगा गए हैं. हालांकि सेना को अपने वाहनों का इस्तेमाल करने और जगह-जगह चेकनाका लगाने के आदेश दे दिए गए हैं ताकि फसाद को रांका जा सके.
जेनेबकोव ने यह पहले ही कहा है कि वह नई कैबिनेट बनने के बाद राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने को तैयार है. देश में सत्ता की कमी देखी गई है. देश में रविवार को चुनाव परिणाम ाअने के बाद झगड़ा शुरू होने के बाद सरकारी भवनों को जब्त करने के आदेश दे दिए गए हैं.