x
धार्मिक संपत्तियों और मंदिरों का प्रबंधन करता है।
पेशावर ,20 फरवरी पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत की सरकार ने 19वीं शताब्दी में निर्मित एक गुरुद्वारे को पुनर्निर्माण और श्रद्धालुओं के लिए दोबारा खोलने के वास्ते अपनी निगरानी में ले लिया है। इस गुरुद्वारे का निर्माण सिख शासक हरि सिंह नलवा के शासनकाल में हुआ था।
अधिकारियों ने बताया कि मनसेहरा जिले में स्थित यह गुरुद्वारा फिलहाल पूजा अर्चना के लिए बंद है और इसका इस्तेमाल अस्थायी पुस्तकालय के तौर पर किया जा रहा है।
प्रांतीय औकाफ और धार्मिक मामलों के विभाग ने स्थानीय सरकार को पुनर्निर्माण प्रस्ताव लाहौर में 'इवैक्यू प्रॉपर्टी ट्रस्ट बोर्ड' (ईपीटीबी) के समक्ष रखने का सुझाव दिया था।
ईपीटीबी एक वैधानिक बोर्ड है जो विभाजन के बाद भारत चले गए हिंदुओं और सिखों की धार्मिक संपत्तियों और मंदिरों का प्रबंधन करता है।
Next Story