अमेरिका के 20 करोड़ से अधिक लोगों ने इस उम्मीद के साथ कोविड-19 रोधी टीके की कम से कम एक खुराक ले ली है कि इससे संक्रमण फैलने की दर कम होगी और लोगों की जान बचेगी। अनुसंधानकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर क्लिनिकल परीक्षणों से टीके की प्रभावशीलता के बारे में जाना है। अध्ययनों में टीकों को कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार पड़ने से बचने और खासतौर से मौत होने से रोकने में काफी प्रभावी पाया गया। वास्तविक दुनिया में हालांकि किसी भी नए उपचार का पता लगाना महत्वपूर्ण है क्योंकि टीकों के जनसंख्या स्तर के लाभ क्लिनिकल परीक्षणों में पायी गयी प्रभावशीलता से अलग हो सकते हैं। उदाहरण के लिए अमेरिका में कुछ लोगों ने टीके की केवल एक खुराक ली जिसका मतलब है कि वे टीके की दोनों खुराक लेने वाले व्यक्ति से कम सुरक्षित हैं। इसी तरह टीके की खुराक लेने वाले लोगों के कोविड-19 संक्रमण को फैलाने की संभावना कम है जबकि टीका न लगवाने वाले लोगों द्वारा इसके प्रसार की संभावना अधिक है। इससे टीके क्लिनिकल परीक्षणों के मुकाबले जनसंख्या के स्तर पर अधिक प्रभावी पाए जा सकते हैं। मैं एक स्वास्थ्य अर्थशास्त्री हूं और मेरा दल तथा मैं टीकाकरण के महामारी पर पड़े असर का अध्ययन कर रहे हैं। हम यह जानना चाहते थे कि अमेरिका में राज्यों द्वारा चलाए कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के कारण टीकों से कितने लोगों की जान बचाई जा सकती है।