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दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 मौत का आंकड़ा एक लाख के पार हुआ, वैज्ञानिकों ने दी पांचवी लहर की चेतावनी

Renuka Sahu
2 April 2022 4:24 AM GMT
दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 मौत का आंकड़ा एक लाख के पार हुआ, वैज्ञानिकों ने दी पांचवी लहर की चेतावनी
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फाइल फोटो 

दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 के कारण मरने वाले लोगों की संख्या एक लाख को पार कर गई है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण अफ्रीका में कोविड-19 (Covid-19 in South Africa) के कारण मरने वाले लोगों की संख्या एक लाख को पार कर गई है. लेकिन, वैज्ञानिकों द्वारा आगामी सर्दियों के मौसम में महामारी की पांचवीं लहर आने की चेतावनी दिए जाने के बावजूद सरकार लॉकडाउन (Lockdown) संबंधी पांबदियों को जल्द समाप्त करने की तैयारी कर रही है. दक्षिण अफ्रीका में संक्रामक रोगों के राष्ट्रीय संस्थान ने शुक्रवार को बताया कि महामारी (Coronavirus) से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर अब 1,00,020 हो गई है.

उप राष्ट्रपति डेविड माबुजा ने दक्षिण अफ्रीकी संसद को बताया कि सरकार कोविड से जुड़ी तमाम पाबंदियां जल्द ही समाप्त करने की योजना बना रही है और देश में अनिवार्य रूप से कोविड-19 टीकाकरण नीति पेश करने की कोई योजना नहीं है. बड़े पैमाने पर टीकाकरण को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की पहलों के बावजूद, लोगों ने इसमें उतना बढ़ चढ़कर हिस्सा नहीं लिया है. इससे पहले सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनने, स्पोर्ट्स खेलने और मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियों पर लगी पाबंदियों में ढील दी थी. माबुजा ने कहा कि पिछले हफ्ते राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा द्वारा घोषित इन नियमों में ढील इसलिए दी गई, ताकि लोग अपनी मर्जी से वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित हो सकें.
पांचवीं लहर को कम गंभीर बताया
माबुजा ने यह भी कहा कि पांचवीं लहर के जोखिम को लेकर विशेषज्ञों की चेतावनी के बावजूद, दो साल से अधिक समय से चल रहे 'आपदा' कानूनों को बदलने के लिए संशोधित स्वास्थ्य नियम लागू होंगे. जिसके लिए रामफोसा द्वारा घोषित योजनाओं पर काम चल रहा है. उन्होंने कुछ वैज्ञानिकों की राय के बारे में बताते हुए कहा कि ये लहर पिछली लहर की तुलना में कम गंभीर होगी क्योंकि अधिकतर आबादी ने प्रतिरक्षा का उचित स्तर विकसित कर लिया है.
टीकाकरण का सबूत मांग रहीं कंपनी
सरकार टीकाकरण को अनिवार्य नहीं कर रही है लेकिन नए स्वास्थ्य नियमों में कर्मचारियों के लिए टीकाकरण पर जोर देने से जुड़े नियम होंगे. हालांकि कोई सरकारी जनादेश पेश नहीं किया जाएगा. नियमों में निजी क्षेत्रों को अपने खुद के आदेश पेश करने की अनुमति होगी. देश की कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को टीकाकरण का सबूत दिखाने के लिए भी कहा है. खासतौर पर उन कर्मचारियों को, जो सीधे तौर पर अपने काम के दौरान लोगों के संपर्क में आते हैं.
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