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Venus को कहा जाता है पृथ्वी की बहन
शुक्र ग्रह (Venus) और पृथ्वी (Earth) के बीच आकार को लेकर भले ही समानताएं हैं. लेकिन दोनों ही ग्रहों का इतिहास काफी अलग है. जहां पृथ्वी पर पानी, हवा और रहने योग्य परिस्थितियां मौजूद हैं. वहीं, शुक्र एक ऐसा ग्रह है, जहां पर कोई रहने के बाद में सोच भी नहीं सकता है, क्योंकि इसका तापमान इतना अधिक है. शुक्र को पृथ्वी की बहन भी कहा जाता है.
सौरमंडल (Solar System) में मौजूद सूर्य (Sun) से दूसरे नंबर पर स्थित है शुक्र ग्रह. ये ग्रह सौरमंडल में रहने योग्य क्षेत्र (Habitable Zone) के भीतरी किनारे पर मौजूद है. यही वजह है कि वैज्ञानिकों का मानना है कि करीब 70 करोड़ साल पहले शुक्र ग्रह रहने योग्य रहा होगा और हो सकता है कि यहां पर जीवन मौजूद (Life on Venus) भी रहा हो.
शुक्र ग्रह और पृथ्वी पर दिनों की अवधि में जमीन आसमान का अंतर है. जहां पृथ्वी पर 24 घंटे का एक दिन होता है, वहीं इस बेजान ग्रह पर एक दिन पृथ्वी के 243 दिनों के बराबर होता है. ये एक स्थलीय ग्रह है, जो पृथ्वी के आकार के समान है और सूर्य से काफी करीब है.
हालांकि, शुक्र ग्रह में स्थलीय ग्रहों का सबसे घना वातावरण है, जो 96 फीसदी कार्बन डाइऑक्साइड (Carbon dioxide) से बना हुआ है. वहीं, पृथ्वी की सतह के मुकाबले शुक्र की सतह पर 92 फीसदी अधिक दबाव है.
सूर्य के सबसे करीब स्थित ग्रह बुध है, लेकिन ये सौरमंडल में मौजूद सबसे गर्म ग्रह नहीं है, क्योंकि ये खिताब शुक्र के नाम है. 867 डिग्री फारेनहाइट के औसत तापमान के साथ शुक्र की सतह सौरमंडल के किसी भी ग्रह की सबसे गर्म सतह है. जबकि पृथ्वी का औसत सतह का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस है. शुक्र ग्रह पर बादल सल्फ्यूरिक एसिड से बने हुए होते हैं. इस वजह से अम्लीय वर्षा गर्म सतह पर गिरती है.
वैज्ञानिकों का कहना है कि शुक्र ग्रह पर पहले महासागर मौजूद रहे होंगे, लेकिन ग्रीनहाउस प्रभाव के कारण तापमान बढ़ने से पानी वाष्पीकृत हो गया होगा. वहीं, इसकी तुलना में पृथ्वी का 71 फीसदी हिस्सा पानी से ढका हुआ है.
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