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जानिए क्या है इस भारतीय मूल के राजा चारी की कहानी, जो नासा के मिशन मून में हैं शामिल

Gulabi
12 Dec 2020 1:13 PM GMT
जानिए क्या है इस भारतीय मूल के राजा चारी की कहानी, जो नासा के मिशन मून में हैं शामिल
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अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की साल 2024 में दो लोगों पर चांद पर उतारने की तैयारी शुरू हो चुकी है

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की साल 2024 में दो लोगों पर चांद पर उतारने की तैयारी शुरू हो चुकी है. इस मिशन के पहले चरण पर काम शुरू हो चुका है जिसमें चंद्रमा पर ओरियन क्रू यान चंद्रमा पर उतारा जाएगा. साल 2024 में होने वाले तीसरे और अंतिम चरण के लिए नासा ने 18 अंतरिक्ष यात्रियों को शॉर्टलिस्ट किया है. इसके नौ पुरुषों में से एक भारतीय मूल के राजा जॉन वुर्पूतूर चारी भी शामिल हैं.


कौन हैं चारी
राजा चारी एक भारतीय अमेरिकी हैं जो अमेरिकी वायुसेना में कर्नल हैं. नासा ने आर्टिमिस और मानवीय अभियान के लिए टीम के लिए उन्हें चुना है. 43 साल के चारी अमेरिका के एयर फोर्स एकेडमी, मसाचुसैट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेकनोलॉजी और यूएस नेवल टेस्ट पायलट स्कूल से ग्रेजुएट हैं. इस सूचीमें चारी इकलौते ऐसे हैं जो भारतीय मूल के हैं. वे साल 2017 में नासा से जुड़े थे.

आगे के अभियान के यात्री भी इसी टीम से
नासा ने बुधवार को इन 18 एस्ट्रोनॉट्स की सूची जारी की जिनमें से एक पुरुष और एक महिला को साल 2024 में चंद्रमा पर भेजने के लिए चुना जाएगा. आर्टिमिस मिशन के बाद इस दशक के अंत में मानव की अंतरिक्ष में लंबे समय तक उपस्थिति के लिए अभियान चलाए जाएंगे जिसमें मंगल पर इंसान भेजने का अभियान भी शामिल होगा.



टीम में विविधताआर्टिमिस टीम में अलग –अलग पृष्ठभूमि, विशेषज्ञता और अनुभव के सदस्य हैं. इनमें से अधिकतर 30 से 40 साल की उम्र के हैं सबसे उम्र दराज एस्ट्रोनॉट की उम्र 55 साल और सबसे युवा सदस्य की उम्र 22 साल है. इस टीम में अतरिक्त सदस्य बाद में जरूरत के मुताबिक जोड़े जाएंगे. इसी टीम के सदस्यों के लिए फ्लाइट असाइंमेंट की घोषणा भी बाद में की जाएगी.काफी काम है इस टीम के पास नासा की इस टीम का काम चंद्रमा पर जाना ही नहीं है. उससे पहले भी टीम के सभी सदस्यों को काफी काम करना है. टीम की इस अभियान की पूरी तैयारी में सक्रिय भागीदारी होगी. वे लैंडिंग सिस्टम, प्रशिक्षण कार्यक्रम, हार्डवेयर की आवश्यकताओं को परिभाषित करने, तकनीकी विकास में सलाह देने जैसे अहम कार्यों में अपनी भूमिकाएं निभाएंगे.


टीम के अन्य सदस्य
इस टीम में राजा चारी के अलावा जोसेफ एकैबा, मैथ्यू डॉमेनिक, विक्टर ग्लोवर, वारेन होवर्ग, जॉनी किम, जेल लिंडगर्न, फ्रैंक रुबियो, और स्कॉट टिंगल पुरुष टीम के सदस्य हैं. वहीं महिलाओं में कायला बैरन, क्रिस्टीना हैमोक कोच, निकोल ए मान, ऐने मैक्लेन, जैसिका मेयर, जासमिन मोगबेली, केट रुबिन्स, जैसिका वाटकिंस और स्टीफाइन विल्सन. इसमें 42 साल की स्टीफाइन विल्सन महिलाओं में सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं.
इस टीम में चंद्रमा पर जाने वाली पहली महिला यात्री भी शामिल हैं. इन नौ महिलों में से क्रिस्टीना कोच, ऐने मैक्लेन, केट रूबिन और जेसिका मेयर स्पेस वॉक भी कर चुकी हैं. वहीं स्टीफाइन विल्सन तीन बार अंतरिक्ष में जा चुकी हैं. इससे पहले भारतीय मूल की कल्पना चावला और सुनीता विलियम्स भी अमेरिका के अंतरिक्ष अभियानों के लिए अंतरिक्ष में जा चुकी हैं. इस लिहाज से राजा चारी तीसरे भारतवंशी हैं जो नासा के किसी अंतरिक्ष अभियान से जुड़े हैं.
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