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चीन से अपने संबंधों को और बेहतर बनाना चाहता है Kim Jong Un, बीजिंग ओलंपिक से खुश हुए 'तानाशाह'

Neha Dani
4 Feb 2022 7:29 AM GMT
चीन से अपने संबंधों को और बेहतर बनाना चाहता है Kim Jong Un, बीजिंग ओलंपिक से खुश हुए तानाशाह
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गलवान घाटी झड़प में शामिल सैन्य कमांडर को इस प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिता का मशाल धारक बनाकर सम्मानित किया है.

उत्तर कोरिया के तानाशाह नेता किम जोंग उन (Kim Jong Un) ने चीन की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है. किम ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को चीन के विंटर ओलंपिक गेम्स (China Winter Olympics) को लेकर एक बधाई संदेश भेजते हुए कहा कि उत्तर कोरिया (North Korea) चीन के साथ अपने संबंधों को सुधारना चाहता है. राज्य समाचार एजेंसी केसीएनए के मुताबिक, किम ने एक पत्र में कहा, 'दुनिया भर में बरप रहे स्वास्थ्य संकट के कहर और गंभीर परिस्थितियों के बावजूद चीन शीतकालीन ओलंपिक का सफल उद्घाटन कर रहा है. यह समाजवादी देश की एक और बड़ी जीत है.'

किम ने कहा कि दोनों पक्षों और दोनों देशों के बीच संबंधों को एक नई ऊंचाई पर ले जाएंगे और लगातार विकसित करते रहेंगे. ओलंपिक गेम्स शुक्रवार को बीजिंग में शुरू होने वाले हैं. ओलंपिक की शुरुआत के दिन ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, उत्तर कोरियाई मिसाइल के रिकॉर्ड परीक्षणों पर चर्चा करने के लिए बैठक करेगी. इस बैठक में रविवार को एक मध्यवर्ती दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (Ballistic Missile) की लॉन्चिंग भी शामिल है, जो 2017 के बाद से इस प्रकार का पहला परीक्षण होगा.
जनवरी में खेल अधिकारियों के एक पत्र में उत्तर कोरिया ने कहा था कि वह पड़ोसी देश चीन के खेलों में हिस्सा नहीं लेगा. इसका कारण बताते हुए कोरिया ने कोरोना महामारी का हवाला दिया था. कोविड-19 प्रकोप का हवाला देते हुए कोरिया ने पिछले साल टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक में उत्तर कोरियाई एथलीट्स को नहीं भेजा था, जिसके बाद देश को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से 2022 के अंत तक के लिए निलंबित कर दिया गया.
गलवान हिंसा में शामिल सैनिक को बनाया मशाल धारक
इससे पहले के एक पत्र में संयुक्त राज्य अमेरिका के कदमों की भी आलोचना की गई थी, जिसने दिसंबर में घोषणा की थी कि उसके सरकारी अधिकारी 2022 शीतकालीन ओलंपिक का बहिष्कार करेंगे क्योंकि चीन के मानवाधिकार रिकॉर्ड के कारण अमेरिकी एथलीटों को बीजिंग की यात्रा करने के लिए उनके हाल पर छोड़ दिया गया था. इस बीच, बता दें कि चीन ने गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय सैनिकों पर हमला करने वाली सैन्य कमान का हिस्सा रहे एक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) सैनिक को बीजिंग विंटर ओलंपिक (Beijing Winter Olympics) का मशाल धारक चुना है.
हालांकि इसको लेकर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है. वहीं, अमेरिका (America) ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस (Ned Price) ने कहा है कि भारत-चीन सीमा विवाद पर हम शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करते हैं. दूसरी ओर, अमेरिकी सांसदों ने चीन की इस हरकत को शर्मनाक बताया है. दूसरी ओर, भारत ने भी घोषणा की है कि बीजिंग में भारतीय दूतावास (Indian Embassy) के मामलों के प्रमुख 2022 विंटर ओलंपिक के उद्घाटन या समापन समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे क्योंकि चीन ने गलवान घाटी झड़प में शामिल सैन्य कमांडर को इस प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिता का मशाल धारक बनाकर सम्मानित किया है.


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