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किम जोंग उन ने महाविनाशक ताकत का किया प्रदर्शन, परमाणु बम को सबसे तेज बढ़ाने का लिया संकल्‍प

Neha Dani
26 April 2022 5:13 AM GMT
किम जोंग उन ने महाविनाशक ताकत का किया प्रदर्शन, परमाणु बम को सबसे तेज बढ़ाने का लिया संकल्‍प
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दुनिया इसे अनदेखी नहीं कर सकती है और छू नहीं सकती है। उसका इशारा परमाणु हथियारों की ओर था।

उत्‍तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर से दुनिया को अपनी महाविनाशक मिसाइलें दिखाकर डराने का प्रयास किया है। किम जोंग उन ने देश की बहुचर्चित सैन्‍य परेड में अमेरिका तक मार करने वाली अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों का प्रदर्शन किया। इस परेड में किम जोंग उन ने ऐलान किया कि वह देश के परमाणु हथियारों को 'बढ़ाएंगे और विकसित' करेंगे। उत्‍तर कोरिया ने यह ऐलान ऐसे समय पर किया है जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने सैन्‍याभ्‍यास किया है और पूरे कोरियाई प्रायद्वीप का माहौल गरम है।

उत्‍तर कोरिया की आधिकारिक न्‍यूज एजेंसी केसीएनए के मुताबिक किम जोंग उन ने कहा, 'हम अपने देश के परमाणु हथियारों की क्षमता को सबसे तेज गति से बढ़ाने और उन्‍हें विकसित करने के लिए कदम उठाते रहेंगे।' सोमवार को हुई इस परेड को उत्‍तर कोरिया की सेना के स्‍थापना दिवस पर आयोजित किया गया था। विश्‍लेषकों का कहना है कि यह परेड रात को करीब 10 बजे शुरू हुई। इससे पहले खबर आई थी यह परेड टल सकती है लेकिन ऐस हुआ नहीं।
किम जोंग उन ने सैन्‍य परेड में द‍िखाई महाविनाशक मिसाइलें

परेड में शामिल हुए 20 हजार सैनिक
उत्‍तर कोरिया की सरकार का दावा है कि किम जोंग उन के दादा और देश के पहले सुप्रीम लीडर किम इल सुंग ने साल 1932 में जापानी सेना से लड़ने के लिए उत्‍तर कोरिया की गुरिल्‍ला सेना का गठन किया था। बताया जा रहा है कि इस परेड में 20 हजार सैनिक शामिल हुए। दावा किया जा रहा है कि उत्‍तर कोरिया ने 250 घातक हथियारों का प्रदर्शन किया। इसमें हवासोंग-8 और हवासोंग-17 अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलें शामिल हैं जो अमेरिका तक मार कर सकती हैं।
खबरों के मुताबिक उत्‍तर कोरिया ने अपनी सबमरीन से लांच की जाने वाली मिसाइल का भी प्रदर्शन किया है। इस परेड को देखते हुए टाइडोंग रिवर पर दो पांटून पुल बनाए गए थे। साल 2011 में किम जोंग उन के सत्‍ता में आने के बाद अब तक ऐसी 9 परेड का उत्‍तर कोरिया आयोजन कर चुका है। परेड से पहले उत्‍तर कोरिया ने एक बयान जारी करके कहा था कि उनके पास अपराजेय ताकत है और दुनिया इसे अनदेखी नहीं कर सकती है और छू नहीं सकती है। उसका इशारा परमाणु हथियारों की ओर था।

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