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दो कन्फ़्यूशियस क्लासरूम हैं जो चीनी भाषा का प्रचार-प्रसार करते हैं। पाकिस्तान में करीब 30 हजार से ज्यादा छात्र चीनी भाषा सीख रहे हैं।
इस्लामाबाद: कराची यूनिवर्सिटी में हुए धमाके को 22 दिन हो चुके हैं। लेकिन पाकिस्तान अभी तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर सका है, जिसे देख कर चीन बेहद निराश है। चीन लगातार पाकिस्तान से इस मामले में सख्त एक्शन लेने की मांग कर रहा है। चीन के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत के दौरान फिर से इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कहा कि चार चीनी नागरिकों की मौत के बाद चीन गुस्से में हैं।
पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद शहबाज शरीफ ने चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग (Li Keqiang) से पहली बार फोन पर बात की। बातचीत में उन्होंने कराची यूनिवर्सिटी धमाके का मुद्दा उठाया। उन्होंने इस बात पर नाराजगी भी जताई कि पाकिस्तान 22 दिन बाद भी कोई एक्शन नहीं ले सका है। इसके साथ उन्होंने आगे ऐसी घटना न हो इसके लिए चीन के अन्य संस्थाओं की सिक्योरिटी बढ़ाने को कहा है।
चीन हमले के बाद से है गुस्सा
ली केकियांग ने कहा कि 26 अप्रैल को हुए हमले के बाद से चीन गुस्से में है। इससे पहले 11 मई को चीन के विदेश मंत्री ने भी मांग की थी कि जल्द से जल्द इस हमले से जुड़े आरोपियों को सजा दी जाए। ली केकियांग से बातचीत में शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान इस हमले की जांच कर रहा है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कानून के हिसाब से उन्हें सजा दी जाएगी। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि चीन के सभी संस्थाओं की सिक्योरिटी बढ़ा दी जाएगी।
चीन ने अपने नागरिकों को बुलाया वापस
चीन ने कन्फ़्यूशियस इंस्टीट्यूट में पढ़ाने वाले अपने अध्यापकों को वापस बुला लिया है। पाकिस्तान में पांच कन्फ़्यूशियस इंस्टीट्यूट हैं, और दो कन्फ़्यूशियस क्लासरूम हैं जो चीनी भाषा का प्रचार-प्रसार करते हैं। पाकिस्तान में करीब 30 हजार से ज्यादा छात्र चीनी भाषा सीख रहे हैं।
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