केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो के बेहद करीबी माने जाने वाले डेनिस इटुंबी ने दावा किया है कि जुलाई महीने में लापता हुए दो भारतीयों की हत्या कर दी गई है। इसका आरोप उन्होंने आपराधिक जांच निदेशालय (डीसीआइ) के भंग किए जा चुके इकाई पर लगाया है।
डेनिस ने कहा था कि जुल्फिकार अहमद खान और उसके दोस्त मोहम्मद जैद सामी किदवई ने रुटो के राष्ट्रपति चुनाव अभियान की सफलता में बहुत योगदान दिया था। वे केन्या क्वांजा डिजिटल अभियान टीम का हिस्सा थे। केन्याई अखबार द नेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, जांच में दोनों भारतीयों के लापता होने के पीछे डीसीआइ की इकाई एसएसयू का हाथ होने का पता चलने पर राष्ट्रपति ने एसएसयू संगठन को भंग करने का आदेश जारी कर दिया था।
एसएसयू पर कई हत्याओं के आरोप हैं। संगठन में काम करने वाले कुल 21 जासूसों को शुक्रवार को नैरोबी में आंतरिक मामलों की इकाई (एसएसयू) मुख्यालय में बुलाया गया था। जहां दोनों की हत्या किए जाने की जानकारी मिली। आइएयू पुलिस अधिकारियों के खिलाफ दर्ज शिकायतों की जांच करता है एवं उनके अपराधी पाए जाने पर सजा की सिफारिश करता है। हालांकि इस मामले में कोई सुबूत नहीं पेश किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि अहमद खान और उनके दोस्त मोहम्मद जैद सामी किदवई, मोम्बासा रोड से एक स्थानीय टैक्सी चालक निकोडेमस मवानिया के साथ लापता हो गए थे। तीनों को आखिरी बार 23 जुलाई की रात वेस्टलैंड्स में एक नाइट क्लब में जाने पर देखा गया था।