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कमला हैरिस ने कई मुकाम पहली बार किए हैं हासिल, लेकिन...
jantaserishta.com
29 April 2023 8:59 AM GMT
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उम्र उनके साथ है....
वाशिंगटन (आईएएनएस)| अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का अब तक का कार्यकाल कुछ खास उल्लेखनीय नहीं रहा है क्योंकि कुछ हद तक वह खुद जिम्मेदारियों के अनुरूप ऊपर उठने में असफल रही हैं और कुछ हद तक उन्हें बेहद मुश्किल जिम्मेदारियां दी गईं। हालांकि हैरिस के लिए महत्वपूर्ण यह है कि उनके पास टिकट है, वह अमेरिकी राजनीति में इस ऊंचाई तक पहुंचने वाली पहली अमेरिकी महिला, एक मात्र भारतीय-अमेरिकी और एक मात्र एशियाई-अमेरिकी हैं।
यदि जो बाइडेन अपना दूसरा कार्यकाल पूरा नहीं कर पाते हैं और वह राष्ट्रपति बनती हैं तो उनके साथ वहां भी ये सारे 'प्रथम', तथा कुछ अन्य भी, होंगे।
राष्ट्रपति की उम्र पर पहले यह सवाल पूछा जा रहा था कि क्या उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए, लेकिन जब से उन्होंने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की है, अब पूछा जा रहा है कि क्या वह अपना दूसरा कार्यकाल पूरा कर सकेंगे।
हैरिस 58 साल की हैं और बाइडेन 80 के। वह अमेरिकी इतिहास में सबसे ज्यादा उम्र के राष्ट्रपति हैं।
हैरिस के कारण टिकट की औसत उम्र कम हो जाती है। बाइडेन की राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा वाले वीडियो और प्रचार अभियान के होमपेज में हैरिस को अच्छी-खासी जगह दी गई है।
खबरों के अनुसार, ह्वाइट हाउस उनके स्कोर को बढ़ाने की तैयारी में है जो अभी राष्ट्रपति से भी खराब हैं।
हैरिस के समर्थकों का मानना है कि उन्हें बाइडेन के खास लोगों में कभी जगह नहीं मिली, और वास्तव में कभी उन पर विश्वास नहीं किया गया। उनकी टीम के सदस्यों और वेस्ट विंग (ह्वाइट हाउस में राष्ट्रपति कार्यालय) के सदस्यों के बीच वाक्युद्ध से स्थिति और खराब ही हुई है।
दोनों टीमों के बीच संबंध तब और खराब हो गए जब न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार के दो रिपोर्टरों की किताब में यह खुलासा हुआ कि ह्वाइट हाउस की पूर्व संचार निदेशक केट बेडिंगफिल्ड ने व्यक्तिगत बातचीत में उपराष्ट्रपति की निंदा की थी।
एक्सिऑन न्यूज साइट के अनुसार, बेडिंगफिल्ड ने सार्वजनिक रूप से इस बात का खंडन किया, लेकिन साथ ही हैरिस से माफी मांगने के लिए उनसे मिलने का समय भी मांगा था।
हैरिस ने दो महीने बाद उन्हें मिलने का समय दिया।
न्यूज साइट ने यह भी बताया कि उसके बाद दोनों के बीच संबंधों में सुधार भी आया।
बाइडेन खुद सार्वजनिक रूप से अपनी उपराष्ट्रपति के प्रति काफी उदारता दिखाते रहे हैं। बाइडेन-हैरिस प्रशासन के किसी भी खास मौके पर फोटो फ्रेम में वह बाइडेन के साथ जरूर नजर आती हैं। कैंपेन के नये होमपेज और चुनावी घोषणा के वीडियो में उन्हें महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है।
दूसरी तरफ बाइडेन ने उन्हें अमेरिका की सबसे कठिन समस्या - आव्रजन - को हल करने की जिम्मेदारी दी जिसका दशकों में भी कोई हल नहीं निकल सका है।
यह अमेरिका का सबसे विवादित मुद्दा है जिसके लिए कुछ हद तक ऐसे कारक जिम्मेदार हैं जो अमेरिका के नियंत्रण से बाहर हैं।
जाहिराना तौर पर वह कुछ खास नहीं कर सकीं, और अब खतरा है कि विपक्षी रिपब्लिकन उन्हें इसके लिए निशाना बनाएंगे जिन्होंन इस महीने के आरंभ में एक कानून का प्रारूप जारी किया है जिसमें शरण देने पर प्रतिबंध, अवैध तरीके से सीमा पर कर आने वालों के परिवारों को हिरासत में लेने और बिना पर्याप्त दस्तावेज वाले लोगों को नौकरी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई का प्रस्ताव है।
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