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क्लास के दौरान बच्चे के अंकल भी मौजूद थे, लेकिन वह कोच को रोक नहीं सके।
जूडो क्लास के दौरान 27 बार फ्लोर पर पटके जाने के चलते 7 साल के बच्चे की मौत हो गई है। वह बीते दो महीने से कोमा में था, लेकिन उबर नहीं सका। अस्पताल की ओर से जारी बयान में बच्चे की मौत की जानकारी दी गई है। दरअसल ताइवान के हुआंग नाम के बच्चे को उसके जूडो कोच ने क्लास के दौरान 27 बार फ्लोर पर पटका था और उसके चलते वह बेहोश हो गया था। इसके बाद तुरंत ही उसे फेंग युआन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 21 अप्रैल को हुई इस घटना के बाद से ही वह कोमा में चला गया था, लेकिन उसे दो साल तक चले इलाज के बाद भी बचाया नहीं जा सका।
अस्पताल ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। इसके अलावा कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। ऐसे में मंगलवार को उसके पैरेंट्स ने उसे लाइफ सपोर्ट सिस्टम से हटाने का फैसला लिया। आरोपी कोच के खिलाफ बच्चे को जख्मी करने, अपराध में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया गया है। कोच पर दर्ज केस के मुताबिक उसने हुआंग को जूडो के बेसिक मूवमेंट्स न आने के बाद भी दूसरे बच्चों के साथ प्रैक्टिस करने को कहा था। इसके अलावा उसे कई बार फेंका था। बच्चे ने सिर में दर्द होने की शिकायत की थी, फिर भी कोच उसे करीब दर्जन भर बार उठा कर फेंकता रहा।
इसके बाद बच्चे को उल्टियां होने लगी थीं। बच्चे के परिजनों ने कहा कि कोच ने तब तक बच्चे को फेंकना बंद नहीं किया, जब तक वह अचेत होकर गिर नहीं पड़ा। स्थानीय मीडिया ने परिवार के हवाले से बताया है कि उसे कोच ने 27 बार पटका था। पटके जाने के चलते बच्चे के सिर पर कई बार चोट लगी थी। यही नहीं इस दौरान हुआंग ने कई बार कोच से रुकने को कहा था, लेकिन वह नहीं माना। कहा यह भी जा रहा है कि क्लास के दौरान बच्चे के अंकल भी मौजूद थे, लेकिन वह कोच को रोक नहीं सके।
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