जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बीजिंग: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने आखिरकार जो बाइडेन की जीत पर चुप्पी तोड़ दी है. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन की जीत पर उन्हें बधाई देते हुए दोनों देशों के संबंधों में मजबूती की उम्मीद जताई है. अमेरिकी मीडिया द्वारा बाइडेन की जीत की घोषणा के तीन सप्ताह से भी अधिक समय बाद चीनी राष्ट्रपति ने उन्हें बधाई दी है. जबकि दुनिया के बाकी देश काफी पहले ही नए अमेरिकी राष्ट्रपति को बधाई दे चुके हैं.
ब्लिंकेन के बयान के बाद आई बधाई
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे सामने के बाद से शी जिनपिंग (Xi Jinping) इस मुद्दे पर खामोश रहे हैं. उन्होंने बाकी देशों की तरह जो बाइडेन (Joe Biden) की जीत को लेकर कोई बयान नहीं दिया था. हालांकि, अब जब उन्हें यह समझ आ गया है कि बाइडेन भी चीन को लेकर कोई खास अच्छी सोच नहीं रखते हैं, तो उनके तेवर नरम पड़ गए हैं. यहां गौर करने वाली बात यह है कि जिनपिंग की बधाई अमेरिका के संभावित विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने भारत के समर्थन की बात कही थी.
स्वस्थ-स्थिर रिश्ते की उम्मीद
जो बाइडेन को अपने संदेश में जिनपिंग ने लिखा है, 'हमें मतभेद दूर करते हुए आपसी सहयोग पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. चीन अमेरिका के साथ स्वस्थ और स्थिर रिश्ते को आगे बढ़ाना चाहता है'. उन्होंने आगे कहा है कि हम 'कोई संघर्ष, कोई टकराव नहीं' के सिद्धांतों को कायम रखना चाहते हैं. ताकि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग स्थापित हो सके.
उपराष्ट्रपति ने भी दी बधाई
शी ने उम्मीद जताई कि दोनों देश संघर्ष से दूर रहेंगे आपसी सम्मान की भावना को बनाये रखेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि चीन और अमेरिका को विश्व शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए दुनिया के अन्य देशों के साथ मिलकर काम करना चाहिए. वहीं, चीनी उपराष्ट्रपति Wang Qishan ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति चुनाव कमला हैरिस को बधाई दी. गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के शासन में चीन को लेकर अमेरिका की नीति बेहद कठोर रही थी. माना जा रहा था कि बाइडेन का नजरिया चीन के प्रति कुछ नरम रह सकता है, लेकिन ऐसा फिलहाल नजर नहीं आ रहा है. यही वजह है कि जिनपिंग ने स्थिति को भांपते हुए बाइडेन को बधाई देने में ही भलाई समझी है.