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जापान ने ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते खतरों को देखते हुए उठाया यह कदम, बूस्टर डोज देने की शुरुआत

Neha Dani
1 Dec 2021 10:21 AM GMT
जापान ने ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते खतरों को देखते हुए उठाया यह कदम, बूस्टर डोज देने की शुरुआत
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देश में पहले और दूसरे शॉट बिना टीकाकरण वाले लोगों को दिए जाते रहेंगे।

कोरोना वायरस के वैश्विक महामारी से जहां अभी भी पूरी दुनिया लड़ रही है। वहीं कोविड-19 का एक नया वैरिएंट ओमिक्रोन तमाम देशों की चिंता और बढ़ा रही है। ऐसे में जापान ने ओमिक्रॉन की चिंताओं के बीच कोविड-19 का बूस्टर डोज देना शुरू किया है। जापान ने बुधवार को सबसे पहले उन लोगों को कोविड-19 का बूस्टर इंजेक्शन देना शुरू किया, जिन्होंने कम से कम आठ महीने पहले अपने दोनों डोज पूरे कर लिए थे। आपको बता दे कि जापान ने ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते खतरों को देखते हुए यह कदम उठाया है, क्योंकि महामारी के इस संकट में टीकाकरण ही सबसे बड़ा हथियार है। दक्षिणी अफ्रीका में पाए गए कोविड-19 के नए घातक वैरिएंट ओमिक्रोन से पूरी दुनिया चिंतित है और इस नए वेरिएंट से बचने के लिए देश-विदेश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण प्रक्रिया तेज़ कर दी गई है।

क्या कहा देश की सरकार ने
सरकार ने बताया कि फाइजर और बायोएनटेक एसई (Pfizer and BioNTech SE) द्वारा विकसित टीके की तीसरी खुराक देश भर के स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े कर्मचारियों को प्रदान की गई, जबकि बुजुर्गों और अन्य लोगों को जनवरी से बूस्टर इंजेक्शन मिलने की उम्मीद जताई गई है। हालांकि बूस्टर शॉट्स इस बात को प्रमाणित नहीं करता है की यह ओमिक्रॉन वैरिएंट से लड़ने में कितना कारगार है। लेकिन यह वायरस से लड़ने में मददगार साबित होगा। प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने फैसला किया है कि जापान बूस्टर डोज को शेड्यूल के अनुसार प्रशासित करेगा, क्योंकि संक्रमण के खिलाफ टीका-प्रेरित प्रतिरक्षा समय के साथ कमजोर होने की पुष्टि हुई थी।
बूस्टर शॉट देने के लिए किया जाएगा प्रोत्साहित
जापान की वर्तमान नीति के तहत 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति तीसरे इंजेक्शन के लिए पात्र होंगे, जबकि बुजर्गों और जिन लोगों में उच्च जोखिम वाले गंभीर लक्षण होंगे उन्हें विशेष रूप से बूस्टर शॉट प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, जबकि इस दौरान, देश में पहले और दूसरे शॉट बिना टीकाकरण वाले लोगों को दिए जाते रहेंगे।


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