जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने मंगलवार को बताया कि जापान में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमणों से निपटने के लिए आवाजाही नियंत्रण कड़े किए जाएंगे और अस्थायी आपातकालीन उपाय के तौर पर चीन से आने वाले सभी लोगों की अनिवार्य रूप से कोविड-19 जांच की जाएगी।
जापान ने शुरू की कोविड जांच
जापान ने शुक्रवार से ही चीन से आने वाले सभी लोगों की कोविड जांच शुरू कर दी है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि नए साल में बाहर घूमने वाले लोगों की संख्या बढ़ने से संक्रमण बढ़ने का भी खतरा है। क्वांटिटेटिव एंटीजन टेस्ट जिसे पहले COVID-19 होने के संदेह वाले लोगों पर ही किया जाता है, इसे चीन से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। पॉजिटिव आने वाले को सात दिन क्वारंटीन किया जाएगा और जीनोम विश्लेषण के लिए उनके नमूनों का उपयोग किया जाएगा।
चीन में संक्रमण के बारे में जानकारी और पारदर्शिता का अभाव
जापान के प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन में संक्रमण के बारे में जानकारी और पारदर्शिता नहीं होने के कारण सुरक्षा उपाय निर्धारित करना और उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना मुश्किल है। ऐसे में चीन से आने वाले सभी लोगों की जांच जरूरी है। गौरतलब है कि जापान ने इस साल की शुरुआत में बाहर से आने वाले उन लोगों की COVID-19 जांच बंद कर दी थी जिन्होंने इसकी पूरी वैक्सीन के साथ बूस्टर टीके भी लगवा रखे हों। चीन के लिए उड़ानों की संख्या बढ़ाने की योजना को भी फिलहाल रोकने का निर्णय लिया गया है। किशिदा ने आगे बताया कि इन उपायों से जापान की कोविड-रोधी जीवनशैली की तरफ बढ़ने और घरेलू संक्रमणों को नियंत्रित करने की नीति में कोई बदलाव नहीं आएगा।
चीन ने बंद किया कवारंटीन
उधर बढ़ते संक्रमणों के बावजूद चीन ने घोषणा की है कि आठ जनवरी से देश में बाहर से आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन से नहीं गुजरना होगा। यात्रियों के लिए मात्र कोरोना नेगेटिव परिणाम और फ्लाइट में मास्क पहनने की ही जरूरत होगी। चीन के अनुसार, बदलती परिस्थतियों के अनुसार वे कोविड के विरुद्ध अपनी लड़ाई को भी अधिक धारदार बना रहे हैं।