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बीजिंग (आईएएनएस)। चीनी विदेश मंत्रालय के नियमित संवाददाता सम्मेलन में प्रवक्ता वांग वनपिन ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की गंभीर चिंताओं और कड़े विरोध की परवाह न करते हुए जापान सरकार ने यह घोषणा करने पर जोर दिया कि वह 24 अगस्त को फुकुशिमा परमाणु दूषित पानी को समुद्र में छोड़ देगी, जो स्पष्ट रूप से दुनिया पर परमाणु प्रदूषण का खतरा डालेगी।
यह बेहद स्वार्थी और गैर जिम्मेदाराना है। दो वर्षों से अधिक समय से, फुकुशिमा परमाणु-दूषित जल निर्वहन योजना की वैधता, वैधानिकता और सुरक्षा पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा सवाल उठाए गए हैं।
चीन और अन्य हितधारकों ने बार-बार बताया है कि यदि परमाणु दूषित पानी सुरक्षित है, तो इसे बहाने की कोई आवश्यकता नहीं है, और यदि यह असुरक्षित है, तो इसे समुद्र में नहीं बहाया जाना चाहिए।
अफसोस की बात है कि जापानी पक्ष ने अंतर्राष्ट्रीय आवाज़ों को अनसुना कर दिया है। उन्होंने जो किया उससे पड़ोसी देशों और घरेलू लोगों में कड़ा आक्रोश है।
समुद्र मानव जाति की साझी संपत्ति है और जापान को परमाणु-दूषित पानी डंप करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
वांग वनपिन ने कहा कि चीन ने जापान से अपने गलत निर्णय को सुधारने और परमाणु दूषित पानी को समुद्र में छोड़ने की योजना को रद्द करने का दृढ़ता से आग्रह किया।
चीन समुद्री पर्यावरण, खाद्य सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगा।
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Rani Sahu
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