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जापान ने सप्ताह में चौथी बार मॉडर्ना के टीकों के उपयोग पर रोक लगाई, जानें वजह
Renuka Sahu
2 Sep 2021 5:00 AM GMT
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फाइल फोटो
जापान इस समय कोरोना के बड़ी लहर से गुजर रहा है. ऐसे वक्त पर इस महामारी से लड़ने वाली वैक्सीन पर जापान को रोक लगानी पड़ी है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जापान इस समय कोरोना के बड़ी लहर से गुजर रहा है. ऐसे वक्त पर इस महामारी से लड़ने वाली वैक्सीन पर जापान को रोक लगानी पड़ी है. दरअसल जापान ने मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन पर रोक लगा दी है. यह इस सप्ताह में चौथी बार है जब जापान ने कोरोना के इस वैक्सीन पर रोक लगा दी है. कानागावा प्रांत की ओर से जारी बयान में बताया कि विदेशी चीजों के जांच के दौरान पता चला कि मॉडर्ना की कोविड वैक्सीन की एक वॉयल में काले रंग के कई कण पाए गए.
मॉडर्ना की कोरोना वैक्सीन में यह काले रंग का कण मिलने के बाद से ही इस वैक्सीन पर जापान ने रोक लगा दी है. अबतक मॉडर्ना के इस वैक्सीन को 3,790 लोगों को दिया जा चुका है. इसके बाद के इस टीके के बैच पर रोक लगा दी गई है. जापान में पिछले सप्ताह भी इस वैक्सीन के वॉयल में काले रंग का पदार्थ मिला था जिसके बाद 1.63 लाख मॉडर्ना कोरोना वैक्सीन पर रोक लगा दी थी.
वहीं वैक्सीन में पदार्थ मिलने पर मॉडर्ना एवं स्पैनिश फार्मा कंपनी रोवी ने कहा कि टीके में काले रंग का पदार्थ का मिलाना मैन्युफैक्चरिंग का मुद्दा हो सकता है. यूरोपीय सुरक्षा नियामकों ने इसकी जांच शुरू कर दी है. वहीं मॉडर्ना का कहना है कि इस मामले में अबतक सुरक्षा से जुड़ी मुद्दो की पहचान नहीं की गई है.
क्या कहता है स्वास्थ्य मंत्रालय
पिछले कुछ दिन पहले गुनमा में मॉडर्ना वैक्सीन की शीशी में काले रंग और एक दूसरी सीरिंज में एक गुलाबी रंग का कुछ मिश्रण देखने को मिला था. इस घटना पर जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीन ने पदार्थ मिलने की ऐसी घटनाएं शीशी में गलत तरीके से सुई डालने के कारण से हुई हैं. उन्होंने कहा कि सीरिंज को अंदर डालते समय उसमें लगा रबड़ स्टापर टूट गया और वह टुकड़े शीशी में अंदर चले गए.
आपको बता दें कि शनिवार को मॉडर्ना वैक्सीन के शॉट्स लेने वाले दो लोगों की मौत हो गई थी.
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