विश्व
चीन और उत्तर कोरिया के बीच पक रही खिचड़ी को भी जापान और अमेरिका संदेह भरी नजरों से देखा
Rounak Dey
10 Sep 2022 9:00 AM GMT

x
युनाइटेड नेशन की आम सभा की बैठक भी शुरू होने वाली है।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बाद विश्व में बदलते समीकरणों के बीच नए गठबंधन और नए हालातों पर सभी देशों की निगाह है। अब चीन और उत्तर कोरिया के बीच पक रही खिचड़ी को भी जापान और अमेरिका संदेह भरी नजरों से देख रहे हैं। इसके पीछे भी कई कारण हैं। दरअसल, ये दोनों ही अमेरिका के खिलाफ रूस का साथ देते हुए नजर आ रहे हैं। उत्तर कोरिया की ही यदि बात करें तो वो रूस से पहले चीन का सहयोगी है। उत्तर कोरिया अपने जरूरत की कई चीजों के लिए चीन पर ही निर्भर है। यही वजह है कि इन दोनों के बीच व्यापारिक संबंध भी काफी मजबूत हैं। यही वजह है कि 20 सितंबर को अमेरिका और जापान के बीच होने वाले सम्मेलन में इन दोनों के बीच बनते घनिष्ठ संबंध चर्चा का अहम बिंदु बनने वाला है।
उत्तर कोरिया ने इस वर्ष जिस तरह से लगातार कई मिसाइल टेस्ट किए हैं उसको देखते हुए पहले ही जापान काफी सहमा हुआ है। अमेरिका की उत्तर कोरिया पर पूरी निगाह है। 20 सितंबर को जो सम्मेलन यूएस और जापान के बीच होने वाला है उसमें केवल चीन-उत्तर कोरिया के बीच बन रहे संबंधों पर ही चर्चा नहीं होगी बल्कि इसमें रूस और ईरान का भी जिक्र जरूर होगा। ये वो देश हैं जो अमेरिका के खिलाफ और रूस के सहयोगी के रूप में उभरते दिखाई दे रहे हैं।
उत्तर कोरिया को जापान जहां अपनी सुरक्षा के लिए एक खतरे के रूप में देखता है वहीं चीन का उसके साथ सीमा विवाद है। दरअसल, चीन जापान के समुद्री सीमा में स्थित द्वीपों पर नजरें गड़ाए हुए है। जापान इस बाबत कई बार विश्व का ध्यान आकर्षित करता रहा है। जापान लगातार चीन के जंगी जहाजों का अपने जलक्षेत्र में होने पर चिंता जताता रहा है।
अमेरिका और जापान के बीच होने वाले सम्मेलन में चीन और ताइवान के बीच उभरे तनाव पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा इस सम्मेलन में उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर टेस्ट की धमकी भी चर्चा का विषय जरूर बनेगी। आपको बता दें कि इस माह ही युनाइटेड नेशन की आम सभा की बैठक भी शुरू होने वाली है।
Next Story