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हद है! 15 सालों तक काम करने नहीं गया कर्मचारी, फिर भी मिलती रही पगार, जानें पूरा मामला

Gulabi
22 April 2021 1:31 PM GMT
हद है! 15 सालों तक काम करने नहीं गया कर्मचारी, फिर भी मिलती रही पगार, जानें पूरा मामला
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इटली (Italy) के एक अस्पताल का कर्मचारी पिछले 15 सालों से काम पर नहीं जा रहा था

इटली (Italy) के एक अस्पताल का कर्मचारी पिछले 15 सालों से काम पर नहीं जा रहा था और उसे इस दौरान सैलरी भी दी जाती रही. इस मामले के सामने आने के बाद इटली के अधिकारी हैरान रह गए हैं. द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस व्यक्ति ने कथित तौर पर साल 2005 में ही काम करना बंद कर दिया. लेकिन इस दौरान उसे वेतन मिलता रहा. पुलिस ने बताया कि सल्वाटोर स्कुमेस (Salvatore Scumace) को इन 15 वर्षों के दौरान 5,38,000 यूरो (4.8 करोड़ रुपये) का भुगतान किया गया. जबकि वह कैटनजारो शहर के पुगलीस सियासीओ अस्पताल में काम नहीं कर रहा था.


इतालवी समाचार एजेंसी ANSA की रिपोर्ट के अनुसार, 66 वर्षीय सल्वाटोर स्कुमेस के ऊपर अब धोखाधड़ी, जबरन वसूली और कार्यालय के दुरुपयोग करने के मामले की जांच चल रही है. अस्पताल के छह मैनेजरों के खिलाफ भी जांच चल रही है. इन लोगों पर आरोप है कि इन्होंने स्कुमेस के अनुपस्थित रहने के दौरान कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया. साथ ही उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस मामले की जानकारी तब सामने आई, जब पुलिस धोखाधड़ी और अनुपस्थित रहने के एक अन्य मामले की जांच कर रही थी. इटली के सार्वजनिक क्षेत्र में व्यापक तौर पर इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं.
इस वजह से 15 सालों तक लोगों की नजरों से बचा रहा आरोपी
पुलिस द्वारा की गई जांच को 'पार्ट टाइम' कोड नैम दिया गया. इसमें जांच में पुलिस ने अस्पताल के अन्य कर्मचारियों से गवाही ली और उपस्थिति और वेतन रिकॉर्ड को देखा. जांच में सामने आया कि इस व्यक्ति ने 2005 में कथित तौर पर अस्पताल के डायरेक्टर को उसके खिलाफ अनुशासनात्मक रिपोर्ट फाइल करने को लेकर धमकी दी थी. डायरेक्टर बाद में रिटायर हो गया और स्कुमेस का अनुपस्थित रहना जारी रहा. इसके पीछे की वजह ह्यूमन रिसोर्स डिपार्टमेंट और नए डायरेक्टर का इस मामले की ओर ध्यान नहीं देना था. डिपार्टमेंट और डायरेक्टर ने कभी भी इस बात को नोटिस ही नहीं किया कि स्कुमेस ड्यूटी पर नहीं आ रहा है. दूसरी ओर स्कुमेस मजे से सैलरी लेता रहा.

स्टिंग ऑपरेशन और जांच में सामने आए इस तरह के कई मामले
2016 में इटली में बड़े पैमाने पर स्टिंग ऑपरेशन और जांच की गई, जिसमें पता चला कि देश के सार्वजनिक क्षेत्र में बड़ी संख्या लोग काम पर से अनुपस्थित रहते हैं और उन्हें पगार मिलती रहती है. इसके बाद इटली के तत्कालीन प्रधानमंत्री मत्तेयो रेनजी ने इस अपराध को रोकने के लिए नया कानून लाए. हालांकि, इसके बाद भी जांच जारी रही है और इस तरह के मामले सामने आते रहते हैं.


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