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ईरान के परमाणु हथियारों की चाहत को लेकर भड़के इजरायली पीएम नफ्ताली बेनेट, कहा- ये रेड लाइन का उल्लंघन
Renuka Sahu
29 Sep 2021 5:15 AM GMT
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फाइल फोटो
इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा है कि ईरान के परमाणु हथियार प्रोग्राम को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को तोड़कर इसने ‘रेड लाइन’ का उल्लंघन किया है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) ने कहा है कि ईरान (Iran) के परमाणु हथियार प्रोग्राम (Nuclear Weapons Program) को नियंत्रित करने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों को तोड़कर इसने 'रेड लाइन' का उल्लंघन किया है. लेकिन इजरायल तेहरान (Tehran) को परमाणु बम (Nuclear Bomb) हासिल करने की मंजूरी नहीं देगा. संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में दिए अपने पहले भाषण में बेनेट ने दावा किया कि इस्लामिक रिपब्लिक ने हाल के सालों में अपनी परमाणु क्षमता और हथियार-ग्रेड यूरेनियम को समृद्ध करने की क्षमता में एक बड़ी छलांग लगाई है.
जून में इजरायली प्रधानमंत्री का कार्यभार संभालने वाले बेनेट ने कहा, 'ईरान का परमाणु कार्यक्रम महत्वपूर्ण बिंदु पर है, सभी रेड लाइन क्रॉस की जा चुकी हैं.' 49 वर्षीय नेता ने कहा, 'दुनिया में ऐसे लोग भी हैं, जो ईरान के परमाणु हथियारों की चाहत को एक अपरिहार्य वास्तविकता के तौर पर देखते हैं. वहीं, कुछ लोग ऐसे हैं, जो ये सुनते-सुनते थक चुके हैं.' उन्होंने कहा, 'ईरान के पास वो विशेषाधिकार नहीं है. हम थक नहीं सकते हैं. हम थकेंगे नहीं. इजरायल ईरान को परमाणु हथियार (Nuclear Weapons) हासिल नहीं करने देगा.' गौरतलब है कि ईरान पर परमाणु हथियार तैयार करने का आरोप लगते रहे हैं.
वहीं, ईरान ने इजरायल के बयान का तुरंत जवाब दिया. संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत माजिद तख्त रवांची ने ट्विटर पर कहा, बेनेट का भाषण 'झूठ से भरा' हुआ है. उन्होंने कहा, 'इजरायल हमारे शांतिपूर्ण कार्यक्रम पर चर्चा करने की स्थिति में नहीं है, जबकि उसके पास सैकड़ों परमाणु हथियार मौजूद हैं.' ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम नागरिक हितों में है. तेहरान ने शुक्रवार को कहा कि वह 2015 के परमाणु समझौते के फिर से शुरू होने की उम्मीद कर रहा है. माना जा रहा है कि ईरान प्रतिबंधों को हटाने के बदले सौदे में फिर से शामिल हो सकता है.
परमाणु समझौते के विरोधी रहे हैं नफ्ताली बेनेट
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 2018 में अमेरिका को परमाणु समझौते (Nuclear Deal) से बाहर कर लिया और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए. नफ्ताली बेनेट से पहले इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ट्रंप के समझौते से बाहर होने के फैसले का स्वागत किया था. नेतन्याहू अंतराष्ट्रीय मंचों पर अक्सर ही परमाणु समझौते की आलोचना करते रहते थे. बेनेट भी परमाणु समझौते के विरोधी रहे हैं, लेकिन उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में दिए अपने भाषण में इसका जिक्र नहीं किया. (
Renuka Sahu
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