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गाजा में इजरायली हमलों से आम जनजीवन हुआ तबाह: संयुक्त राष्ट्र

jantaserishta.com
31 Dec 2024 11:30 AM GMT
गाजा में इजरायली हमलों से आम जनजीवन हुआ तबाह: संयुक्त राष्ट्र
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संयुक्त राष्ट्र: मानव सेवा के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों ने कहा है कि इजरायल की स्वास्थ्य देखभाल और आपातकालीन सेवाओं पर हमला, मानवीय मदद तक पहुंच को मुश्किल बना रहा है और गाजा में नागरिकों पर हमले उनके जीवन के जरूरी साधनों को नष्ट कर रहे हैं।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) ने सोमवार को यह चेतावनी जारी की। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम घेब्रेयेसस ने बताया था कि उत्तरी गाजा के कमल अदवान अस्पताल पर इजरायली हमले और शुक्रवार को अस्पताल के निदेशक हुसाम अबू सफिया को हिरासत में लेने के बाद संकट बढ़ गया है।
एक्स पर एक पोस्ट में घेब्रेयेसस ने कहा कि गंभीर मरीजों को अब बंद पड़े इंडोनेशियाई अस्पताल में ले जाया गया है। अभी यह पता नहीं है कि सफिया को कहां ले जाया गया है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने उनकी तुरंत रिहाई की मांग की है।
घेब्रेयेसस ने कहा, "उत्तरी गाजा में हो रही अराजकता के बीच डब्ल्यूएचओ और उसके साझेदारों ने सोमवार को इंडोनेशियाई अस्पताल में जरूरी दवाइयां, स्वच्छता सामग्री, खाना-पानी पहुंचाया और 10 गंभीर मरीजों को अल-शिफा अस्पताल में भेजा।"
उन्होंने बताया कि स्थानांतरण के दौरान चार मरीजों को हिरासत में ले लिया गया। हम इजराइल से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि उनकी स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतों और अधिकारों का सम्मान किया जाए।"
उन्होंने कहा कि अस्पताल अब युद्ध के मैदान बन गए हैं और स्वास्थ्य प्रणाली बड़े खतरे में है। उन्होंने गाजा शहर में अल-अहली और अल-वफ़ा अस्पतालों पर हमलों की जानकारी दी, जिनमें दोनों अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने अस्पतालों पर हमले रोकने और स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच को सुरक्षित करने की अपील की। ओसीएचए ने कहा कि रविवार को वह डब्ल्यूएचओ, विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी), फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसायटी और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा विभाग के साथ सहायता भेजने में शामिल हुआ।
टीम ने बताया कि अस्पताल में पानी, बिजली और सफाई की व्यवस्था नहीं है। कार्यालय ने कहा कि उत्तरी गाजा में टीम का मिशन खास था, क्योंकि अक्टूबर के बाद से 150 मिशन प्रयासों में से ज्यादातर को इजरायली अधिकारियों ने नकार दिया था। जिन कुछ प्रयासों पर शुरुआत में सहमति बनी थी, उन्हें भी कई बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा।
इसमें कहा गया है कि शुक्रवार और रविवार के बीच क्षेत्र तक पहुंचने के चार में से तीन प्रयासों को इजरायली अधिकारियों ने नकार दिया था। केवल संयुक्त टीम का प्रयास सफल हुआ, लेकिन उसे भी बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ओसीएचए ने कहा कि गाजा पट्टी में मानवीय मदद तक पहुंच लगातार मुश्किल हो रही है। शुक्रवार के बाद से संयुक्त राष्ट्र द्वारा समन्वित 42 प्रयासों में से 60 प्रतिशत से ज्यादा को इजरायली अधिकारियों ने अस्वीकार कर दिया।
कार्यालय ने कहा कि गाजा में मदद पहुंचाने में एक और समस्या मानवीय राहत काफिलों की लूटपाट है। दक्षिणी गाजा में पिछले तीन दिन में हुई दो घटनाओं के कारण दर्जनों ट्रकों की आपूर्ति प्रभावित हुई और ड्राइवरों को गंभीर खतरे का सामना करना पड़ा।
लड़ाई और इजरायली प्रतिबंधों के कारण वाणिज्यिक और अन्य आयातों पर भी असर जारी है। जब परिवारों को सर्दियों में जीवित रहने के लिए अधिक खाना, आश्रय सामग्री और कपड़ों की जरूरत होती है, तो ये समस्याएं मानवीय सहायता को गंभीर रूप से प्रभावित करती हैं।
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