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ताकि किसी बिल्डिंग के कोने से भी इसे ऑपरेट किया जा सके।
एक से बढ़कर एक अत्याधुनिक हथियार बनाने वाले इजरायल ने अब एक ऐसी राइफल बनाई है जो दुश्मन सैनिकों के दौड़ते समय भी उनकी खुद ही पहचान कर लेगी। यही नहीं यह राइफल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से निशाना लगाकर अपने शत्रु का काम तमाम कर देगी। इस तरह से इजरायल ने असाल्ट राइफल को डिजिटली नेटवर्क लड़ाकू मशीन में बदल दिया है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में यह राइफल जंग का नक्शा ही बदल सकती है।
इजरायल की रक्षा इलेक्ट्रोनिक्स कंपनी इल्बिट ने एआई से चलने वाली इस असॉल्ट राइफल को बनाया है। इसका नाम ARCAS वेपन सिस्टम है जो दुश्मन के दौड़ते समय भी उसकी पहचान कर लेगी और निशाना लगाकर उस पर वार कर सकती है। माना जा रहा है कि इस बेजोड़ क्षमता की वजह से यह राइफल आने वाले समय में शहरी युद्ध के दौरान एक महत्वपूर्ण हथियार साबित हो सकती है।
'सैनिकों के स्मार्टफोन' की तरह से है यह राइफल
यह सिस्टम अपनी खींची गई तस्वीरों को देखने की अनुमति देता है, हथियार की स्थिति और उसकी गोलियों के बारे में लाइव अपडेट देता रहता है। इसकी तस्वीरें हेलमेट में लगे कैमरे में दिखती रहती हैं जिससे सैनिक के लिए जंग के दौरान फैसला करना आसान होता है। इल्बिट का कहना है कि ARCAS एक तरह से 'सैनिकों के स्मार्टफोन' की तरह से है। इसे किसी भी सामान्य असाल्ट राइफल में लगाया जा सकता है जैसे एम-16 या इजरायली टवोर राइफल।
इसके लिए एआई से संचालित कंप्यूटर को राइफल में लगाया जाता है। इसमें कई अत्याधुनिक साफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया है जिससे उसे चलाना आसान हो जाए। साथ यह राइफल अपने दुश्मन और दोस्त का पहचान कर सके। इस सिस्टम में लगा कैमरा दिन और रात दोनों में ही काम कर सकता है। यहां तक की सुरंग के अंदर भी यह कैमरा आसानी से काम कर सकता है। इसके कैमरा के लेंस को बदला जा सकता है ताकि किसी बिल्डिंग के कोने से भी इसे ऑपरेट किया जा सके।
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