सीरिया। सीरिया एक ओर जहां गृहयुद्ध की आग में जल रहा है और विद्रोहियों ने देश पर कब्जा जमा लिया है. वहीं, दूसरी ओर इजरायल का सीरिया पर हमला नहीं रुक रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि इजरायल ने राजधानी दमिश्क में एक हथियार डिपो पर हवाई हमले किए हैं. जानकारी के मुताबिक, हमले का उद्देश्य कथित तौर पर उन्नत हथियारों को सीरियाई विद्रोही बलों के हाथों में जाने से रोकना है.
रिपोर्ट में सामने आया है कि इजरायली नहीं चाहते कि सीरियाई सेना के हथियार लूटे जाएं या विद्रोहियों के हाथों में आ जाए. इजरायली राज्य मीडिया ने बताया कि IDF के सैनिकों ने रविवार को गोलान हाइट्स में माउंट हर्मन के शिखर पर एक सीरियाई सेना चौकी पर कब्जा कर लिया. बता दें कि विद्रोहियों के तमाम हमलों के बाद सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद देश छोड़कर रूस भाग गए हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने असद और उनके परिवार को राजनीतिक शरण दे दी है. पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि असद के विमान का रडार से संपर्क टूट गया है और विमान के क्रैश होने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन अब बशर अल-असद के रूस पहुंचने की पुष्टि हो गई है. उधर, सेना ने असद के देश छोड़ने की पुष्टि करते हुए कहा कि राष्ट्रपति की सत्ता खत्म हो चुकी है.
सीरिया में पिछले 11 दिनों से विद्रोही गुटों और सेना के बीच कब्जे के लिए लड़ाई चल रही थी, विद्रोही लड़ाकों ने रविवार को राजधानी दमिश्क पर भी कब्जा कर लिया, वो सड़कों पर गोलीबारी करके जीत का जश्न मना रहे हैं. फ्लाइट ट्रैकर से जानकारी मिली है कि असद का विमान सीरिया के लताकिया से उड़ान भरकर मास्को पहुंच गया है. फ्लाइटरडार वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार, रविवार (8 दिसंबर) को एक रूसी सैन्य विमान लताकिया से उड़ान भरकर मास्को पहुंचा. सीरिया में 2011 में विद्रोह शुरू हुआ था, जब असद सरकार ने लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनों को क्रूरता से कुचल दिया. यह संघर्ष धीरे-धीरे गृहयुद्ध में बदल गया, जिसमें असद सरकार के खिलाफ कई विद्रोही गुट खड़े हुए. आखिरकार, 13 साल के इस संघर्ष ने असद शासन को झुका दिया. विद्रोही गुटों ने दमिश्क पर कब्जा कर न केवल असद सरकार को उखाड़ फेंका, बल्कि सीरियाई जनता को एक नई शुरुआत का मौका दिया है.