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फलस्तीनियों के हमले बाद सतर्क हुआ इजरायल, पीएम बेनेट ने किया ऐलान- हमलों से निपटने के लिए नई 'फोर्स' का गठन करेगी सरकार

Renuka Sahu
10 May 2022 4:19 AM GMT
Israel alerted after Palestinian attacks, PM Bennett announced - Government will form a new force to deal with attacks
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फाइल फोटो

इजरायल की सरकार ने हाल के समय में देश पर हुए एक के बाद एक हमलों से निपटने के लिए नए ‘सिविलियन नेशनल गार्ड’ बनाए जाने का गठन किया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। इजरायल (Israel) की सरकार ने हाल के समय में देश पर हुए एक के बाद एक हमलों से निपटने के लिए नए 'सिविलियन नेशनल गार्ड' बनाए जाने का गठन किया है. इसकी घोषणा प्रधानमंत्री ने रविवार को की है. इस नई फोर्स में सिविलियन वॉलंटीयर्स और इजरायली बलों (New Force of Israel) की यूनिट शामिल होंगी. जिसमें रिजर्व सैनिकों और सीमा पुलिस को भी सम्मिलित किया जाएगा. जो कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में संचालित होती है. पीएम नफ्ताली बेनेट ने देश की नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल को गृह मंत्रालय के समन्वय से नई फोर्स के गठन को लेकर महीने के आखिर तक प्रस्ताव पेश करने को कहा है.

इस घोषणा से कुछ घंटे पहले ही इजरायली सैनिकों ने गुरुवार को केंद्रीय शहर इलाद से दो फलस्तीनी संदिग्धों को गिरफ्तार किया था. ये मामला तीन इजरायलियों की हत्या से जुड़ा हुआ है. बेनेट ने कैबिनेट की बैठक में कहा, 'आतंकियों को पकड़ना ही काफी नहीं है. हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नए चरण में हैं. इजरायली सरकार का सर्वोच्च प्राथमिकता का काम इजरायल के नागरिकों की व्यक्तिगत सुरक्षा को बहाल करना है.'
पिछले साल इसपर हुई थी चर्चा
इजरायली अखबार Haaretz के अनुसार, इससे एक साल पहले भी नए नेशनल गार्ड के गठन को लेकर चर्चा की गई थी. ऐसा मई महीने में इजरायली और फलस्तीनी शहरों में हिंसा भड़कने के बाद कहा गया था. इजरायल के दो फलस्तीनी नागरिकों को 10 और 21 मई के बीच मार दिया गया था. तब गाजा और यरुशलम की अल-अक्सा मस्जिद में प्रदर्शनकारियों ने इजरायली बस्ती में रहने वाले लोगों और पुलिस से इजरायली आक्रामकता को खत्म करने की मांग की थी. रविवार को भी घोषणा ऐसे वक्त पर हुई है, जब इजरायल और फलस्तीन के बीच एक बार फिर तनाव बढ़ रहा है.
नागरिकों और पुलिस अधिकारियों की मौत
बीते दो महीनों में फलस्तीनियों के अलग-अलग चाकू और गोलीबारी के हमलों में 18 इजरायली नागरिकों और पुलिस अधिकारियों की मौत हुई है. इनमें से एक मौत वेस्ट बैंक में हुई है. ठीक इसी समय में वेस्ट बैंक में इजरायली बस्तियों में रहने वाले लोगों और इजरायली सेना ने कम से कम 27 फलस्तीनियों को मारा है. इजरायल की सेना वेस्ट बैंक में रोजाना फलस्तीनी शहरों और गांवों में हिंसक तरीके से छापेमारी करती है. जो बहुत बार घातक भी होती है. फलस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस साल की शुरुआत से अलग-अलग घटनाओं में कम से कम 50 फलस्तीनियों की मौत हुई है. जिनमें दो महिलाएं और कई नाबालिग शामिल हैं.
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