विश्व
हिंदू मूर्तियों को बेचने पर इस्लामिक गुट ने किया विरोध, मुस्लिमों ने मांगी माफी
Rounak Dey
8 Dec 2021 6:26 AM GMT
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बड़ी संख्या में हिंदू आबादी वाले कैरेबियाई देश त्रिनिदाद एंड टोबैगो में एक मुस्लिम इमाम ने सुपर मार्केट में हिंदू मूर्तियों को बेचने का विरोध किया है। अंजुमन सुन्नतुल जमात संघ (ASJA) के चेयरमैन इमाम इम्तियाज अली ने अपने पत्र में प्राइस क्लब सुपरमार्केट से हिंदू धार्मिक आइटम्स को हटाने के लिए कहा था। इसके बाद प्राइस क्लब ने इमाम को करारा जवाब दिया और कहा कि ऐसे सामानों को बेचने पर कोई धार्मिक प्रतिबंध नहीं है।
उधर, बढ़ते विवाद के बाद अंजुमन सुन्नतुल जमात संघ ने भी इमाम के बयान से किनारा कर लिया है। अंजुमन ने सनातन धर्म महासभा को लिखे एक पत्र में ASJA के महासचिव रहिमूल हुसैन के हवाले से कहा कि इमाम का यह पत्र दोनों पक्षों के बीच अच्छे रिश्तों को खराब कर सकता है। ASJA ने इमाम के इस पत्र की निंदा की है। उसने कहा, 'ASJA यह स्पष्ट कर देना चाहता है कि वह पत्र में दिए गए बयान का समर्थन नहीं करता है।'
What's happening in Trinidad and Tobago? (not Fiji) pic.twitter.com/YzWyB0BTjk
— Sarah L Gates Malini (@SarahLGates1) December 6, 2021
अंजुमन संघ ने कहा कि वह इमाम के पत्र से खुद को अलग करता है। मुस्लिम संगठन ने त्रिनिदाद एंड टोबैगो के हिंदू समुदाय से माफी मांगी है। उसने यह भी कहा कि इस पत्र में इमाम ने हिंदुओं पर निशाना साधा है। उसने यह भी आश्वासन दिया कि मुस्लिम संगठन के ज्यादार सदस्य त्रिनिदाद एंड टोबैगो में सभी धर्म और नस्ल के लोगों का सम्मान करेंगे। अंजुमन ने यह भी कहा कि इस्लाम हमेशा से ही विभिन्न धर्मों के बीच संवाद को बढ़ावा देता है।
वहीं प्राइस सुपर मार्केट ने कहा कि अपने 27 साल के अस्तित्व में वह सभी धर्म और नस्ल के लोगों को परिवार जैसा माहौल देता है ताकि वे सुरक्षित और आरामजनक तरीके से अपने घर की जरूरत की चीजों को खरीद सकें। उसने कहा कि दुनियाभर में सुपरमार्केट के अंदर जिन चीजों को रखा जाता है, वह डिमांड पर आधारित होती हैं। प्राइस क्लब सुपरमार्केट एक व्यवसायिक संस्था है जिसका किसी भी धार्मिक संगठन से कोई लेना-देना नहीं है।
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