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'जिहादी दुल्हन' शमीमा बेगम का दावा- ISIS ने शरणार्थी शिविर में टैंट में आग लगाने की कोशिश की

Neha Dani
14 Nov 2021 9:51 AM GMT
जिहादी दुल्हन शमीमा बेगम का दावा- ISIS ने शरणार्थी शिविर में टैंट में आग लगाने की कोशिश की
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बेगम पर आत्मघाती हमलावरों के लिए विस्फोटक वेस्ट सिलने का आरोप है. हालांकि, उसने इन आरोपों को नकार दिया है.

'जिहादी दुल्हन' शमीमा बेगम (Shamima Begum) का दावा है कि ISIS ने एक शरणार्थी शिविर में उसके टैंट में आग लगाने की कोशिश की. बेगम ने कहा कि उसे अब यहां पर अपनी जान को खतरा है. कहा जा रहा है कि 22 वर्षीय शमीमा बेगम अब इस्लामिक स्टेट (Islamic State) का प्रमुख टारगेट है, क्योंकि उसने आतंकवादी संगठन की निंदा की. बेगम पूर्वी लंदन (East London) से 2015 में सीरिया (Syria) पहुंची थी, इस दौरान वह महज 15 साल की थी. ब्रिटेन (Britain) के गृह मंत्रालय ने 2019 में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए उसकी ब्रिटिश नागरिकता को खत्म कर दिया था.

शमीमा ने जिहादी यागो रीडिज्क (Yago Riedijk) से शादी की और दोनों के तीन बच्चे हुए, लेकिन इन सभी की मौत हो गई. बेगम ने बार-बार कहा है कि वह ब्रिटेन लौटना चाहती है और ISIS में वापस जाने के बजाय मरना पसंद करेगी. वह अब सीरिया के अल-रोज कैंप (Al-Roj camp) में रहती है और उसे पश्चिमी पोशाक पहने हुए देखा जाता है. ISIS लड़ाकों की पत्नियों ने कथित तौर पर उसे मौत के घाट उतारने की कसम खाई है. शमीमा बेगम ने दावा किया है कि पिछले हफ्ते उसके टैंट में आगजनी का प्रयास किया गया था. एक सूत्र ने द सन अखबार को बताया कि जूते पहनने और मेकअप करने की वजह से लड़ाकों की पत्नियां उससे नाराज हैं.
शमीमा के पति ने ISIS की हिंसा की आलोचना करने से किया इनकार
ये घटना ऐसे समय पर हुई है, जब शमीमा के पति यागो रीडिज्क ने ISIS के सिर काटने की घटनाओं की निंदा करने से इनकार कर दिया है. उसे उम्मीद है कि एक दिन वह अपनी मिलेगा और फिर से अपने परिवार को शुरू करेगा. एक इंटरव्यू में उसने कहा कि पश्चिमी मुल्कों में ISIS द्वारा किए गए हमले इस्लाम में प्रतिबंधित हैं, क्योंकि इसमें निर्दोष लोगों की हत्या शामिल. लेकिन वह यजीदियों और अन्य मुसलमानों के खिलाफ ISIS की हिंसा की आलोचना नहीं करता है. नीदरलैंड के रहने वाले 29 वर्षीय रीडिज्क ने कहा कि ISIS की क्रूर दंड देने की प्रक्रिया पर वह कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता है.
ब्रिटेन लौटने की भीख मांग चुकी है शमीमा बेगम
द मिरर ने सितंबर में बताया कि शमीमा बेगम ने अपने दोस्तों से कहा कि वह ISIS में शामिल ब्रिटिश नागरिकों का नाम नहीं बताएगी. बेगम ने जोर देकर कहा कि वह ब्रिटेन के लिए कोई खतरा नहीं है और ब्रिटेन लौटने की भीख मांगती है. उसने यहां तक कहा कि वह आतंकवाद से लड़ने में मदद कर सकती है. 15 सितंबर को आईटीवी के गुड मॉर्निंग ब्रिटेन शो में बेगम को देखा गया. इस दौरान उसने एक काली चादर पहनी हुई थी. उसने अपने नाखूनों पर नेल पोलिश लगाई हुई थी. बेगम पर आत्मघाती हमलावरों के लिए विस्फोटक वेस्ट सिलने का आरोप है. हालांकि, उसने इन आरोपों को नकार दिया है.


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