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अवान ने कहा कि लोगों को यह नहीं पता होना चाहिए कि देश का खुफिया ऑपरेटर कौन है.
पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) के नवनियुक्त प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम (Lieutenant General Nadeem Anjum) ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे मीडिया को उनकी तस्वीरें या वीडियो फुटेज जारी नहीं करें. मीडिया की एक खबर में बुधवार को यह कहा गया. पाकिस्तान के असैन्य और सैन्य नेतृत्व के बीच लंबे गतिरोध के बाद पिछले महीने अंजुम को ISI का महानिदेशक (ISI Chief) बनाया गया था. अंजुम को लेकर पाकिस्तान में काफी विवाद भी हुआ था. पाकिस्तानी अंजुम ने लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद (Lt Gen Faiz Hameed) की जगह ली.
इस साल अगस्त में अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) के सत्ता पर काबिज होने के बाद काबुल (Kabul) में एक रिपोर्टर के साथ हमीद की बातचीत का एक वीडियो सामने आया था. पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने सोमवार को देश की पहली राष्ट्रीय सुरक्षा नीति को मंजूरी दी थी. उच्च स्तरीय बैठक में ISI के महानिदेशक भी शामिल हुए. अखबार 'द न्यूज इंटरनेशनल' की खबर के मुताबिक पाकिस्तान सरकार (Pakistan government) द्वारा बैठक की जारी तस्वीरों और वीडियो-रिकॉर्डिंग में ISI प्रमुख को छोड़कर अन्य सभी शीर्ष गणमान्य व्यक्ति नजर आए.
मीडिया की चकाचौंध से दूर रहकर काम करना मूल सिद्धांत
एक संघीय मंत्री ने अखबार को बताया कि ISI प्रमुख ने सरकारी अधिकारियों को निर्देश दिया था कि उनकी किसी भी बैठक में शामिल होने वाली तस्वीरें या वीडियो फुटेज जारी नहीं करें. खबर में कहा गया है कि यही वजह है कि अंजुम की नियुक्ति के बाद से मीडिया में उनकी कोई तस्वीर उपलब्ध नहीं है. पाकिस्तान के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) अमजद शोएब के अनुसार, खुफिया सेवाओं का मूल सिद्धांत मीडिया की चकाचौंध से दूर रहना और चुपचाप काम करना है. हालांकि, उन्होंने कहा कि अतीत के ऐसे कई उदाहरण हैं जब सरकारी अधिकारियों द्वारा इस सिद्धांत का उल्लंघन किया गया.
मीडिया से दूर रहने की दी जाती है सलाह
अमजद शोएब ने अफगान युद्ध का उदाहरण दिया, जब तत्कालीन lSI प्रमुख जनरल हमीद गुल और जनरल जावेद नासिर की तस्वीरें मीडिया को जारी की गईं. शोएब ने कहा कि जब उन्हें प्रमोट किया गया और जीओसी क्वेटा के रूप में तैनात किया गया, तो तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल अब्दुल वहीद ककर ने उन्हें मीडिया से दूर रहने की सलाह दी थी. पूर्व में ISI में भी रह चुके मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) एजाज अवान ने कहा कि नए डीजी ISI मीडिया में प्रचारित किए बिना अपना काम करने के पैटर्न का पालन करते दिख रहे हैं. अवान ने कहा कि लोगों को यह नहीं पता होना चाहिए कि देश का खुफिया ऑपरेटर कौन है.
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