विश्व

क्या कुरील द्वीप को लेकर जापान और रूस के बीच बढ़ने वाला है तनाव? नए जापानी PM फुमियो किशिदा के इस बयान के बाद चर्चा तेज

Renuka Sahu
9 Oct 2021 4:50 AM GMT
क्या कुरील द्वीप को लेकर जापान और रूस के बीच बढ़ने वाला है तनाव? नए जापानी PM फुमियो किशिदा के इस बयान के बाद चर्चा तेज
x

फाइल फोटो 

जापान और रूस के बीच दक्षिणी कुरील द्वीपसमूह को लेकर विवाद है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जापान (Japan) और रूस (Russia) के बीच दक्षिणी कुरील द्वीपसमूह (Kurils Islands) को लेकर विवाद है. इस वजह से टोक्यो (Tokyo) मॉस्को (Moscow) के साथ शांति संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए राजी नहीं है. जापान के नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) ने ये बात कही है. उनके मंत्रिमंडल ने सोमवार को पदभार ग्रहण किया है. कुरील द्वीपसमूह चार द्वीपों का एक समूह है, जो र्तमान में रूस के अधिकार क्षेत्र में आता है, लेकिन इस पर जापान दावा करता है. माना जा रहा है कि जापानी पीएम के इस बयान के बाद दोनों मुल्कों के बीच तनाव की शुरुआत हो सकती है.

TASS समाचार एजेंसी के अनुसार, फुमियो किशिदा ने शुक्रवार को कहा, 'क्षेत्रीय मुद्दे को हल किए बिना रूस के साथ कोई शांति संधि नहीं होगी. मैं शांति संधि पर हस्ताक्षर सहित जापानी-रूसी संबंधों (Japan-Russia relations) के पूरे परिसर को विकसित करने का प्रयास करूंगा.' द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के अंत होने के बाद से ही रूस और जापान ने शांति संधि (Peace Treaty) पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं. दक्षिणी कुराल द्वीपों को लेकर चल रहे विवाद की वजह से ही शांति समझौते पर पहुंचने में कठिनाई हुई है. दरअसल, टोक्यो इटुरुप, कुनाशीर, शिकोटन और हबोमाई द्वीप चाहता है. ये सभी द्वितीय विश्व युद्ध से पहले जापान का हिस्सा थे.
मॉस्को के साथ दोस्ती बढ़ाना चाहते हैं जापानी पीएम
1951 में मित्र राष्ट्रों (Allies Nations) और जापान के बीच सैन फ्रांसिस्को की संधि (Treaty of San Francisco) पर आधिकारिक तौर पर कहा गया है कि टोक्यो को कुरील द्वीपसमूह के सभी दावों को छोड़ देना चाहिए. हालांकि, जापान ने सोवियत संप्रभुता को मान्यता देने से इनकार कर दिया, जो आज भी रूस के साथ जारी है. किशिदा की घोषणा कि वह मॉस्को के साथ दोस्ती को विकसित करना चाहते हैं और द्वीप विवाद को हल करना चाहते हैं. उनका ये बयान ऐसे समय पर आया, जब जापानी पीएम द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को कॉल की गई.
रूस के राष्ट्रपति के साथ मुलाकात को तैयार किशिदा
जापान के नए नेता के अनुसार, दोनों पक्षों ने शांति संधि पर बातचीत करने की अपनी इच्छा पर बल दिया. किशिदा ने यह भी खुलासा किया है कि वह रूसी राष्ट्रपति के साथ आमने-सामने मुलाकात करना चाहते हैं. जापानी प्रमुख ने तट रक्षक क्षमताओं पर ध्यान देने सहित अपने देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का भी वादा किया और अमेरिका (America), उत्तर कोरिया (North Korea), दक्षिण कोरिया (South Korea) और चीन (China) के साथ सहयोग के बारे में बात की.


Next Story