ईरान का दावा: 'इजराइल खुफिया एजेंसी मोसाद के जासूस को लिया अपने हिरासत में
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| ईरान (Iran) ने दावा किया है कि इसने इजरायल (Israel) की खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad) से संबंधित एक ग्रुप के जासूस (Spy) को गिरफ्तार किया है. ईरान के सरकारी टीवी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी. ये गिरफ्तारी ऐसे समय पर हुई है, जब देश के दक्षिणपश्चिम में पानी की कमी को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़ी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद के साथ जासूसी एजेंटों के एक नेटवर्क को ईरान की पश्चिमी सीमा से घुसपैठ करने के बाद गिरफ्तार किया गया था. इसने दावा किया कि कथित मोसाद एजेंटों का इरादा ईरान में दंगों के दौरान और हत्याओं के लिए हथियारों का इस्तेमाल करना था.
हालांकि, स्टेट टीवी ने विस्तार से ये नहीं बताया कि कितने कथित एजेंटों को गिरफ्तार किया गया है. या फिर उन्होंने ईरान में कथित तौर से कब घुसपैठ की. पश्चिम में ईरान की सीमा तुर्की (Turkey) और इराक (Iraq) से लगती है. ईरान के खुजेस्तान प्रांत में पानी की कमी को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई है. यह ईरान में सरकारी और अर्ध-सरकारी मीडिया द्वारा दिए गए बयानों के अनुसार है. गौरतलब है कि ईरान कभी-कभी उन लोगों को हिरासत में लेने का ऐलान करता है, जो कहते हैं कि वे अमेरिका और इजरायल सहित विदेशों के लिए जासूसी कर रहे हैं.
इजरायल को मान्यता नहीं देता है ईरान
पश्चिमी ईरान में ईरानी बलों और कुर्द अलगाववादियों के साथ-साथ चरमपंथी इस्लामिक स्टेट समूह से जुड़े आतंकवादियों के बीच कभी-कभार लड़ाई भी देखने को मिलती है. जुलाई 2020 में, ईरान ने कहा कि आतंकवादियों ने ईरानी प्रांत कुर्दिस्तान में हमला कर दो लोगों की हत्या कर दी. ईरान इजरायल को मान्यता नहीं देता है और पूरे क्षेत्र में इजरायल विरोधी सशस्त्र समूहों का समर्थन करता है. ईरान लेबनान के शिया आतंकवादी हिजबुल्लाह समूह और फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास को अपना समर्थन देता है, जिनकी पहचान इजरायल विरोधी हमलों के लिए होती है.
कासिम सुलेमान की जानकारी देने पर एक व्यक्ति को फांसी पर चढ़ाया
पिछले साल, ईरान ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (Islamic Revolutionary Guards Corps) के जनरल कासिम सुलेमानी (Qassem Soleimani) के बारे में अमेरिका और इजरायल को जानकारी लीक करने के दोषी ठहराए गए व्यक्ति को फांसी पर चढ़ा दिया. बता दें कि कासिम सुलेमानी इराक में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे. 2019 में ईरान ने कहा कि उसने अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA के लिए देश के परमाणु और सैन्य स्थलों पर जासूसी करने के आरोप में 17 ईरानियों को गिरफ्तार किया. तेहरान ने कहा कि उनमें से कुछ को मौत की सजा सुनाई गई.