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उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों से तालिबान के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विद्रोह करने का भी आह्वान किया है।
ईरान ने सोमवार को कहा कि पंजशीर हमले में पाकिस्तान के दखल की जांच की जा रही है। उसने यह भी कहा कि प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष दखल से हमलावरों की ही हार होगी। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'पंजशीर का राजनीतिक समाधान निकाला जाना चाहिए। अफगानिस्तान के इस प्रांत पर तालिबान का कब्जा अंतरराष्ट्रीय और मानवीय कानूनों के तहत स्वीकार्य नहीं है।
तेहरान ने पंजशीर घाटी में कल रातहुए हमलों की निंदा की है। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादेह ने कहा, 'पंजशीर हमलों में पाकिस्तान के हस्तक्षेप की जांच चल रही है। ईरान अंतर-अफगान वार्ता को अफगानिस्तान समस्या का एकमात्र समाधान मानता है। सईद खतीबजादेह ने इमरान कान की सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत सभी दायित्वों का पालन किया जाना चाहिए। ईरान अफगानिस्तान के घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रख रहा है।
अफगानिस्तान के 'खामा न्यूज' के अनुसार तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा कि समूह पाकिस्तान सहित किसी भी देश को अफगानिस्तान के अंदरूनी मामलों में हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देगा। मुजाहिद ने यह भी कहा, 'पूरा पंजशीर तालिबान लड़ाकों के कब्जे में आ गया है। इस जीत के साथ हमारा देश युद्ध से बाहर निकल गया है। हम यह यकीन दिलाते हैं कि पंजशीर के लोगों के साथ कोई भेदभाव नहीं होगा। वे हमारे भाई हैं।' तालिबान प्रवक्ता ने यह भी दावा किया कि एनआरएफए प्रमुख अहमद मसूद और पूर्व उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह भागकर पड़ोसी देश ताजिकिस्तान चले गए हैं।
मसूद ने खुद को सुरक्षित बताया
समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार पंजशीर में तालिबान से मुकाबला करने वाले एनआरएफए के विदेश मामलों के प्रमुख अली मैसम नाजरी ने कहा, 'तालिबान की जीत का दावा झूठा है और एनआइएफए बलों का संघर्ष जारी है।' जबकि अहमद मसूद ने एक ट्विटर संदेश में बताया कि वह सुरक्षित हैं। उन्होंने अफगानिस्तान के लोगों से तालिबान के खिलाफ राष्ट्रव्यापी विद्रोह करने का भी आह्वान किया है।
Neha Dani
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