विश्व

ईरान ने परमाणु वार्ता के बीच अमेरिका जेल में बंद नागरिकों को रिहा करने की मांग की

Khushboo Dhruw
27 April 2021 2:30 PM GMT
ईरान ने परमाणु वार्ता के बीच अमेरिका जेल में बंद नागरिकों को रिहा करने की मांग की
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ईरान ने वियना में चल रही परणामु वार्ता के बीच मंगलवार को कहा है कि उसने मांग की है कि अमेरिकी जेल में बंद उसके सभी नागरिकों को रिहा किया जाए

ईरान ने वियना में चल रही परणामु वार्ता के बीच मंगलवार को कहा है कि उसने मांग की है कि अमेरिकी जेल में बंद उसके सभी नागरिकों को रिहा किया जाए. वियना बातचीत का उद्देश्य अमेरिका को दोबारा इस समझौते में शामिल करना है, जो साल 2015 (Iran Nuclear Talks) में ईरान और विश्व के बड़ी महाशक्तियों के बीच हुआ था. कैबिनेट प्रवक्ता अली रबी ने कहा कि ईरान और अमेरिका के बीच कैदियों की अदला बदली हो सकती है. उन्होंने कहा, 'कैदियों की अदला-बदली हमेशा ही एजेंडा रहा है. इन्हें 'मानवीय चिंताओं' के तहत रिहा कर दिया जाना चाहिए.'

रबी ने इस संबंध में जानकारी नहीं दी कि ईरान के कितने नागरिक अमेरिका की जेलों में बंद हैं और दावा किया कि इनके (कैदियों) नाम जारी करने से इन्हें नुकसान हो सकता है. हालांकि उन्होंने इतना कहा कि, 'ईरान के कैदियों की संख्या ईरान की जेलों (US Nationals in Iran Jails) में कैद अमेरिका नागरिकों की संख्या से अधिक है.' साल 2019 में ईरान ने प्रिंसटन के एक चीनी-अमेरिकी स्कोलर को रिहा किया था. जिसे तीन साल तक जासूसी के आरोपों के तहत जेल में रखा गया था.
जेल में 20 ईरानी नागरिक
तेहरान ने उस समय कहा था कि अमेरिकी अधिकारियों ने 20 ईरानी नागरिकों को जेल में रखा हुआ है. ईरान ने कई बार अमेरिका से कैदियों की अदला-बदली (Prisoner Exchange in Iran) करने की बात कही है. मंगलवार को भी रबी ने कहा कि ईरान की न्यायपालिका ने भी इस अदला-बदली के लिए तत्परता पर जोर दिया है. बीते दो हफ्तों में ये बात दोहराने वाले रबी दूसरे अधिकारी हैं. इससे पहले ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सऊद खितिबजादेह ने बीते हफ्ते यही बात कही थी.
कैदियों की अदला बदली की उम्मीद
खितिबजादेह ने कहा कि वर्तमान में वियना में चल रही बातचीत के तहत तहरान कैदियों की अदला बदली करने की उम्मीद लगा रहा है. ईरान के मीडिया (Iran Media) ने बीते दिनों ऐसे सात कैदियों की पहचान की है, जो अमेरिका की हिरासत में हैं. दूसरी ओर अमेरिका भी नियमित तौर पर ईरान से अमेरिकी कैदियों को रिहा करने के लिए कहता है. कैदियों में सियामक और बाकर नमाजी के नाम शामिल हैं. जो जासूसी के आरोपों में जेल में दस साल की कैद की सजा भुगत रहे हैं. हालांकि ईरान भी बार-बार यूरेनियम संवर्धन में बढ़ोतरी की बात कर समझौते के उल्लंघन की बात करता रहता है.


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