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1 लाख 73 हजार से ज्यादा का चालान, शख्‍स हैरान

jantaserishta.com
26 July 2022 6:03 AM GMT
1 लाख 73 हजार से ज्यादा का चालान, शख्‍स हैरान
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक | DEMO PIC 

नई दिल्ली: एक शख्‍स को अपनी कार में एक बदलाव करना भारी पड़ गया. उस पर अब तक 1 लाख 73 हजार रुपए से भी अधिक के चालान काटे जा चुके हैं. ये चालान 7 सप्‍ताह के अंदर कटे हैं. वहीं इस शख्‍स ने चिंता जताते हुए कहा है कि अभी तो और चालान काटे जा सकते हैं.

आमिर इकबाल ब्रिटेन में रहते हैं, वह पेशे से आर्किटेक्‍ट हैं. उन्‍होंने अपनी कार की नंबर प्‍लेट दो महीने पहले बदल दी थी. इसके बाद से 15 बार उनके नाम पर चालान काटे जा चुके हैं. क्‍लीन एयरजोन के नियमों के उल्लंघन में उनके चालान काटे गए हैं.
आमिर अपनी मर्सिडीज 2002 एसएलके कार को बर्मिंघम शहर में मई से चला रहे हैं. वह कार को पेरी बर्र में मौजूद अपने घर से लॉन्‍गब्रिज में ऑफिस तक ले जाते थे.
लेकिन इसी दौरान उन्‍होंने अपनी इस कार पर 'प्राइवेट नंबर प्‍लेट' यूज करना शुरू किया. इसके बाद तो उन पर चालानों की बरसात हो गई. उन पर 1 लाख 73 हजार से ज्‍यादा के चालान अब तक हो चुके हैं.
'बर्मिंघम मेल' से बातचीत में आमिर इकबाल ने कहा, 'जब से मेरे साथ ऐसा हुआ है, तब से मैं स्‍ट्रेस में हूं. अब तो मुझे कार खरीदने को लेकर शक महसूस हो रहा है. जब मर्सिडीज कार खरीदी थी तो उससे जुड़े नियम, आदेश देख लिए थे.'
आमिर ने यह भी बताया कि उन्‍होंने अपनी कार को खरीदने से पहले यह भी चेक किया था कि उनकी कार 'क्‍लीन एयरजोन' में चल सकती है या नहीं. डबल चेक करने के बाद उन्‍होंने अपनी कार खरीदी थी. लेकिन जैसे ही उन्‍होंने कार में प्राइवेट नंबर प्‍लेट यूज करना शुरू की, जून में ही 15 चालान आ गए.
बर्मिंघम सिटी काउंसिल ने कहा, अपील कर सकते हैं
इस मामले में बर्मिंघम सिटी काउंसिल ने कमेंट करने से इंकार कर दिया. हालांकि, काउंसिल ने यह जरूर कहा कि अगर किसी को लगता है कि उनका चालान गलती से कट गया है तो वह अपील कर सकते हैं.
काउंसिल के प्रवक्‍ता ने कहा, 'हम किसी एक केस के बारे में कमेंट नहीं कर सकते हैं, लेकिन जिस पर भी चार्ज लगा है, उसको इस बात का पूरा अधिकार है, वह इस मामले में चैलेंज कर सकता है.'
बर्मिंघम में क्‍लीन एयरजोन की शुरुआत जून 2020 में हुई थी. ताकि प्रदूषण के खिलाफ जंग लड़ी जा सके. पब्लिक हेल्‍थ इंग्‍लैंड का दावा है प्रदूषण के कारण 28 हजार से लेकर 36 हजार के बीच मौतें होती हैं.


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