x
एक दिन पहले ही अफगानिस्तान में तीन महिला मीडियाकर्मियों को मार दिया गया था.
अफगानिस्तान (Afghanistan) के पूर्वी क्षेत्र में बंदूकधारियों ने कम से कम सात मजदूरों को गोलियों से भून डाला. यह घटना नांगरहार प्रांत में हुई है. प्रांत के पुलिस चीफ जनरल जुमा गुल हेमत ने बताया कि बर्बर हमले में मारे गए लोग प्लास्टिक फैक्टरी में मजदूरी करते थे. पुलिस ने इस मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
जलालाबाद में हुए एक अन्य हमले में महिला डॉक्टर की मौत हो गई है. वह रिक्शा से जा रही थी और आतंकियों ने रिक्शे पर बम चिपका दिया. यह डॉक्टर प्रांत के एक सरकारी अस्पताल में काम करती थीं और अस्पताल जा रही थीं. आमतौर पर इस तरह के हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (ISIS) लेता है, लेकिन बहुत से हमलों की जिम्मेदारी कोई नहीं लेता. सरकार की नजर में इन सब के पीछे आईएस ही है, लेकिन उलटे आईएस इन घटनाओं के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराता है.
आतंकी को पकड़ने में 39 लोग घायल
इस बीच हेरात प्रांत में एक आतंकी कमांडर को पकड़ने के लिए चलाए गए ऑपरेशन में करीब 39 नागरिक और सुरक्षा बल के जवान घायल हो गए. ऑपरेशन के दौरान जमकर मुठभेड़ हुई. गोलीबारी में तीन बच्चे भी घायल हुए हैं.
अफगानिस्तान में रोज हमले
तालिबान और अमेरिका के बीच शांति समझौते की बातचीत के बीच अफगानिस्तान में रोज हमले हो रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से इस देश में टारगेट किलिंग हद से ज्यादा बढ़ गई है. आए दिन पत्रकार, स्वास्थ्यकर्मियों, पुलिसकर्मियों और नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है. एक दिन पहले ही अफगानिस्तान में तीन महिला मीडियाकर्मियों को मार दिया गया था.
Next Story