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इंडियन ओसियन रीजन डिविजन के गठन का भी फैसला लिया था।
भारत हिंद महासागर में रणनीतिक रूप से अहम देश मेडागास्कर की नौसेना के साथ समुद्री गश्त कर रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब मेडागास्कर की नौसेना भारतीय नौसेना के युद्धपोतों के साथ पेट्रोलिंग कर रही है। भारतीय नौसेना की तरफ से इस मिशन में आईएनएस शार्दुल शामिल हुआ है, जबकि मेडागास्कर की तरफ से तोरोजोना ने हिस्सा लिया। हिंद महासागर के महत्वपूर्ण इलाके में भारतीय नौसेना की मौजूदगी से चीन और पाकिस्तान दोनों की परेशानी बढ़ने वाली है।
भारत ने सूखे से जूझ रहे मेडागास्कर की सहायता की
एक दिन पहले ही भारत ने मेडागास्कर को 1000 टन चावल और 1 लाख हाइड्राक्सीक्लोरोक्लीन की टेबलेट्स सौंपी थी। बता दें कि मेगागास्कर के दक्षिणी इलाके में भीषण सूखा पड़ा है। जिसके कारण भारत ने अपना पड़ोसी धर्म निभाते हुए हिंद महासागर के इस देश को सबसे पहले सहायता उपलब्ध कराई है। इस मदद को लेकर मेडागास्कर पहुंचे भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस जलाश्व को रिसीव करने खुद प्रधानमंत्री लुईस नेत्से पहुंचे हुए थे।
चीन बढ़ा रहा अपनी मौजूदगी
मेडागास्कर और कोमोरोस के भू-राजनीतिक महत्व को स्वीकार करते हुए, जहां चीन अपनी कनेक्टिविटी और सेक्यू-रिटी संबंधी गतिविधियों को लगातार बढ़ा रहा है। ऐसे में विदेश मंत्रालय ने हिंद महासागर के देशों श्रीलंका, मालदीव, मॉरीशस और सेशेल्स को एक डिविजन के अंतर्गत लाने का फैसला लिया था। विदेश मंत्रालय ने इसके लिए इंडियन ओसियन रीजन डिविजन के गठन का भी फैसला लिया था।
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