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ओटावा में भारतीय हाई कमीशन ने कनाडा में तीन संस्थानों के बंद होने से प्रभावित छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की
Bhumika Sahu
19 Feb 2022 5:09 AM GMT
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भारतीय हाईकमीशन ने कनाडा में तीन संस्थानों के बंद होने से प्रभावित छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की। एडवाइजरी के मुताबिक छात्रों को अपनी फीस की भरपाई या फीस के हस्तांतरण में कोई कठिनाई होती है तो वे क्यूबेक सरकार के शिक्षा मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क।ओटावा में भारतीय हाई कमीशन ने कनाडा में तीन संस्थानों के बंद होने से प्रभावित छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की है। भारतीय हाई कमीशन की एडवाइजरी के मुताबिक, अगर छात्रों को अपनी फीस की भरपाई या फीस के हस्तांतरण में कोई कठिनाई होती है, तो वे क्यूबेक सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। बता दें कि, ये छात्र तीन कालेजों में पढ़ते थे और अब इनके कालेज दिवालिया होने की वजह से बंद हो गए हैं।
बंद हुए तीन कालेज
दरअसल, भारत के कई छात्रों ने भारतीय हाई कमीशन से संपर्क किया है, जो राइजिंग फीनिक्स इंटरनेशनल इंक द्वारा संचालित तीन संस्थानों में पढ़ते थे। जिनमें सीसीएसक्यू कालेज, एम कालेज और सीडीई कालेज शामिल हैं, जो क्यूबेक प्रांत में मौजूद है। एडवाइजरी के मुताबिक, भारतीय हाई कमीशन इन छात्रों की समस्या को लेकर कनाडा सरकार और क्यूबेक प्रांत की सरकार के साथ-साथ भारतीय समुदाय के निर्वाचित कनाडाई प्रतिनिधियों से संपर्क में है। इन प्रभावित छात्रों को सहायता प्रदान करने और इस मुद्दे के समाधान के लिए बातचीत का भी प्रयास किया जा रहा है। हाई कमीशन ने कहा, अगर छात्रों को अपनी फीस की भरपाई या फीस के हस्तांतरण में कोई कठिनाई होती है, तो वे क्यूबेक सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
एडवाइजरी में क्या कहा
वहीं, क्यूबेक की प्रांतीय सरकार ने सलाह दी है कि प्रभावित छात्र सीधे उन संस्थानों से संपर्क कर सकते हैं, जहां वे पंजीकृत हैं, और अगर उन्हें अपनी फीस की भरपाई या फीस के हस्तांतरण में कोई कठिनाई मिलती है, तो वे उच्च मंत्रालय के पास शिकायत दर्ज करा सकते हैं। साथ ही एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि, कनाडा में उच्च शिक्षा लेने की योजना बनाने वाले भारत के छात्रों को फिर से सलाह दी जाती है कि वे ऐसे संस्थानों को कोई भुगतान करने से पहले संस्थान के बारे में जानकारी ले लें। उसके बाद से ही वे एडमिशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं। साथ ही वे एडमिशन लेने से पहले कनाडा या प्रांतीय सरकार द्वारा मान्यता का प्रमाण पत्र भी मांगें। एडवाइजरी में कहा गया है कि, सरकार द्वारा संचालित वेबसाइट के माध्यम से संस्थानों की जांच करें, और छात्रों को छात्र वीजा की पेशकश करने वाले किसी भी असत्यापित व्यक्ति/संस्थान को कोई भुगतान नहीं करना चाहिए।
एडवाइजरी में यह भी कहा कि कनाडा में भारत के छात्रों या कनाडा की यात्रा करने की योजना बनाने वालों को आनलाइन पंजीकरण करने की सलाह दी जाती है। आपको बता दें कि कनाडा में विरोध-प्रदर्शन की शुरुआत जनवरी में हुई थी। हजारों ट्रक ड्राइवरों और सैकड़ों अन्य प्रदर्शनकारियों ने ओटावा में एकजुट होकर अमेरिका-कनाडा सीमा पार करने वाले ट्रक ड्राइवरों के लिए वैक्सीन लगवाने के आदेश का कड़ा विरोध किया। प्रदर्शनकारियों ने कनाडा के पीएम से मांग कि, उन्हें कोविड-19 से संबंधित प्रतिबंध को हटा देना चाहिए। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के विरोध में एकजुट होकर सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
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