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वहीं अब तक संक्रमण के 9,03,599 मामले सामने आए हैं.
इस्लामाबाद (Islamabad) में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) ने सोमवार को उन खबरों पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें यह कहा गया था कि एक अधिकारी की पत्नी कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाई गई हैं. उच्चायोग ने कहा कि संबंधित महिला इस्लामाबाद और लाहौर पहुंचने के बाद आरटी-पीसीआर जांच रिपोर्ट में 'नेगेटिव' पाई गई हैं.
भारतीय उच्चायोग ने एक ट्वीट में कहा कि भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी की पत्नी के आरएटी जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खबर को लेकर यह स्पष्ट किया जाता है कि आरटी-पीसीआर जांच में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. यह जांच इस्लामाबाद पहुंचने पर की गई. वहीं लाहौर में भी आरटी-पीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई.
परिवार सहित पाकिस्तान आए थे 12 अधिकारी
In response to media reports that spouse of an official of the Indian High Commission tested + for Covid on RAT, it is clarified that said individual has tested NEGATIVE for Covid on RT-PCR, conducted on arrival in Islamabad. RT-PCR in Lahore, as per reports, was also NEGATIVE.
— India in Pakistan (@IndiainPakistan) May 24, 2021
विदेश कार्यालय ने इससे पहले बताया था कि पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायोग के 12 अधिकारियों को परिवार और वाहन चालकों सहित आइसोलेशन में रहने को कहा है. दरअसल पिछले सप्ताह भारत से यहां आने पर इनमें से एक में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई थी.
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने रविवार को बताया कि 12 अधिकारी और उनके परिजन शनिवार (22 मई) को वाघा सीमा पार करके पाकिस्तान आए थे. सभी 12 अधिकारियों के पास कोरोना वायरस संक्रमण की जांच रिपोर्ट थी लेकिन पाकिस्तान के सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत इनकी फिर से जांच की गई.
NCOC ने दी थी आइसोलेशन की सलाह
प्रवक्ता के मुताबिक पाकिस्तान के स्वास्थ्य अधिकारियों की जांच में एक अधिकारी की पत्नी में संक्रमण की पुष्टि हुई. वैश्विक महामारी पर पाकिस्तान की शीर्ष इकाई 'नेशनल कमांड एवं कंट्रोल सेंटर' (एनसीओसी) ने मामले की समीक्षा की और सभी अधिकारियों, उनके परिजन और वाहन चालकों को आइसोलेशन में रहने की सलाह दी.
अधिकारी ने कहा कि भारतीय उच्चायोग को एनसीओसी के दिशानिर्देंशों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है. समाचारपत्र 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले के कहा कि दोनों देशों के बीच निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं के तहत अगर कोई राजनयिक कर्मचारी या उनका कोई सहयोगी संक्रमित पाया जाता है तो उन्हें उनके देश वापस भेजने के बजाए उसी देश में पृथक-वास में रहना होगा.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान अधिकारियों ने कानून के अनुसार काम किया. सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान में संक्रमण की वजह से अब तक 20,308 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं अब तक संक्रमण के 9,03,599 मामले सामने आए हैं.
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