सर्वोच्च कारोबारी बोर्ड के उपाध्यक्ष बने इंडियन कारोबारी यूसुफ अली आबूधाबी
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | आबूधाबी के क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद बिन जायद अल नहयान ने प्रख्यात भारतीय उद्योगपति यूसुफ अली एमए को सरकार के सर्वोच्च संगठन में उपाध्यक्ष नियुक्त किया है। यह संगठन यूएई के सभी कारोबारों की निगरानी करता है। 29 सदस्यीय इस बोर्ड में शामिल किए जाने वाले वह अकेले भारतीय हैं। 65 वर्षीय यूसुफ अली आबूधाबी स्थित लुलु ग्रुप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं।
पद्मश्री विजेता यूसुफ अली केरल के त्रिशूर जिले के नाट्टिका के निवासी हैं। यह कंपनी कई देशों में हाइपमार्केट और रिटेल कंपनियों का संचालन करती है। क्राउन प्रिंस शेख मुहम्मद ने अबूधाबी चैम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (एडीसीसीआइ) के निदेशकों को एक नए बोर्ड के गठन का प्रस्ताव जारी किया था।
द अल मजरोई और यूसुफ अली उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। एडीसीसीआइ आबूधाबी में स्थापित सभी कारोबारों का सर्वोच्च संगठन है। यह क्षेत्र का सबसे रईस और प्रभुत्वशाली संगठन है। यहां के सभी प्रभावी और बड़े कारोबारों को एडीसीसीआइ से ही लाइसेंस लेना होता है।
अमीरात और सीईओ वाले इस बोर्ड में यूसुफ अली अकेले भारतीय हैं। उन्होंने अपनी नियुक्ति को अपने जीवन का सबसे गौरवशाली क्षण बताया है। साथ ही क्राउन प्रिंस के प्रति गहरा आभार जताया है।
पिछले दिनों आबूधाबी के क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात की सेना के डिप्टी सुप्रीम कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने भारतीय मूल के कारोबारी यूसुफ अली एमए और 11 अन्य लोगों को अबु धाबी के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा था।
साल 2018 के अगस्त महीने में जब केरल में बाढ़ आई थी तो युसूफ अली ने प्रभावित क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण किया था और बारिश प्रभावित केरल की मदद के लिए 9.23 मिलियन संयुक्त अरब अमीरात दिरहम दान किए थे।