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उसके साथी साजिशकर्ताओं ने धोखेबाजों को पकड़ने में मददगार विश्वसनीय बैंक कर्मचारी बनकर बुजुर्ग पीड़ितों का फायदा उठाया।
अमेरिका के न्यूजर्सी में कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने एक भारतीय को खुद को अमेरिकी धोखाधड़ी रोकथाम प्रतिनिधि बताकर बुजुर्गों से कम से कम 23 लाख डॉलर (करीब17 करोड़ रुपए) वसूलने के आरोप में गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी के आरोपों में मंगलवार दोपहर को आशीष बजाज (28) को मिडल डिस्ट्रिक्ट ऑफ नॉर्थ कैरोलिना में यूएस मजिस्ट्रेट जज जोए एल वेब्स्टर के समक्ष पेश किया गया।
इस अपराध के लिए उसे अधिकतम 20 साल जेल की सजा और अढ़ाई लाख डॉलर या धोखे से कमाई गई रकम अथवा लोगों को हुए नुकसान की राशि का दुगुना जुर्माने के रूप में देना होगा। अदालत के दस्तावेजों के अनुसार बजाज ने अप्रैल 2020 से जुलाई 2021 तक अपने सह-साजिशकर्ताओं के साथ मिलकर अमेरिका में स्थित बैंकों से संबद्ध धोखाधड़ी रोकथाम प्रतिनिधि बनकर कम से कम 23 लाख डॉलर प्राप्त किए। वे ज्यादातर बुजुर्ग पीड़ितों को निशाना बनाते थे।
वे पीड़ितों से कहते थे कि वे कई वित्तीय संस्थानों के धोखाधड़ी विभागों के एक ''केंद्र'' में काम करते हैं और वे उनसे इसलिए संपर्क कर रहे हैं क्योंकि उनके बैंक खाते हैक कर लिए गए। जांच के दौरान अधिकारियों ने न्यूजर्सी और कैलिफोर्निया में पीड़ितों सहित कई शिकार लोगों की पहचान की। शिकायत में आरोप है कि आरोपी और उसके साथी साजिशकर्ताओं ने धोखेबाजों को पकड़ने में मददगार विश्वसनीय बैंक कर्मचारी बनकर बुजुर्ग पीड़ितों का फायदा उठाया।
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