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विदेशी उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग पर अपने विचार साझा किए.
अमेरिका (America) में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू (Taranjit Singh Sandhu) ने कहा कि विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग तथा गणित (एसटीईएम) पढ़ने के लिए अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र आते हैं और भारत ज्ञान साझेदारी बनाने के लिए अमेरिकी विश्वविद्यालयों के साथ सतत संवाद कर रहा है. संधू ने चैपल हिल में उत्तर कैरोलाइना विश्वविद्यालय (यूएनसी) में अपने संबोधन में कहा कि अमेरिका में भारत के दो लाख से अधिक छात्र पढ़ रहे हैं और ज्यादातर विद्यार्थी एसटीईएम क्षेत्र के हैं, इसलिए उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग की उत्साहजनक संभावनाएं हैं.
उन्होंने कहा कि छात्रों के आदान-प्रदान, ऑनलाइन शिक्षा तथा दोनों देशों के विश्वविद्यालयों के बीच सहयोग की संभावनाएं हैं. भारतीय राजदूत ने कहा, " हम उम्मीद करते हैं कि भारत पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित करेगा, यूएनसी इस क्षेत्र में नेतृत्व करेगा. वरिष्ठ भारतीय राजनयिक ने पिछले कुछ महीनों के दौरान एरिजोना राज्य विश्वविद्यालय, हॉवर्ड विश्वविद्यालय, दक्षिण फ्लोरिडा विश्वविद्यालय, उत्तर कैरोलाइना विश्वविद्यालय में भारत-अमेरिका साझेदारी संबंधी संवाद सत्रों में हिस्सा लिया है.
पिछले हफ्ते राजदूत ने एरिजोना विश्वविद्यालय के अध्यक्ष डॉ. माइकल क्रो से बात की थी. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत संयुक्त डिग्री एवं दोहरी डिग्री आदि की पेशकश करने के लिए संधू ने भारतीय और विदेशी उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग पर अपने विचार साझा किए.
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