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भारतीय राजदूत रावत चीनी विदेश मंत्री से बोले- एलएसी पर शांति बनाए रखने के लिए गंभीरता से सोचे चीन

Subhi
24 Jun 2022 12:48 AM GMT
भारतीय राजदूत रावत चीनी विदेश मंत्री से बोले- एलएसी पर शांति बनाए रखने के लिए गंभीरता से सोचे चीन
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चीन में भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की और सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने की गंभीरता पर जोर दिया।

चीन में भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की और सीमा क्षेत्रों में शांति बनाए रखने की गंभीरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, एशिया व दुनिया के नजरिये से दोनों देशों के बीच सीमा क्षेत्रों में शांति स्थापित करना बेहद जरूरी है। रावत ने मार्च में चीन में भारतीय राजदूत का पदभार संभाला है।

रावत ने बुधवार को डियाओयुताई स्टेट गेस्ट हाउस में चीनी विदेश मंत्री के साथ शिष्टाचार भेंट की। पद संभालने के बाद विदेश मंत्री के साथ उनकी पहली मुलाकात थी। रावत और वांग के बीच द्विपक्षीय एवं बुहआयामी मुद्दों पर चर्चा हुई। वांग यी ने कहा, दोनों देशों के नेतृत्व के बीच उच्चतम स्तर पर, एशिया और दुनिया के लिए द्विपक्षीय संबंधों के महत्व पर सहमति है।

रावत ने भी इस पर सहमति जताई साथ ही इसे पूरी क्षमता से साकार करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और शांति बनाए रखने की गंभीरता पर बल दिया। दोनों देशों के बीच पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच रावत व वांग की मुलाकात महत्वपूर्ण है।

सीमा पर शांति बहाल करने के लिए दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत जारी है। इसके परिणाम स्वरूप ही दोनों देशों ने पेंगॉन्ग झील के उत्तर व दक्षिण और गोगरा इलाके से पूरी तरह सेनाएं हटा ली है। बातचीत के दौरान वांग ने मार्च में विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बातचीत का जिक्र किया।

भारत के साझा हित मतभेदों से कहीं अधिक अहम : वांग

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रावत से कहा, भारत के साथ साझा हित हमारे मतभेदों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हैं। दोनों पक्षों को एक-दूसरे को कमजोर करने के बजाय समर्थन देना चाहिए, एक-दूसरे के खिलाफ सुरक्षा के बजाय सहयोग को मजबूत करना चाहिए। आपसी विश्वास को बढ़ाना चाहिए। दोनों पक्षों को एक-दूसरे से मिलना चाहिए ताकि द्विपक्षीय संबंधों को जल्द से जल्द स्थिर और स्वस्थ विकास की पटरी पर लाया जा सके।

दोनों देश मिलकर वैश्विक चुनौतियों का सामना करें। अपने व अन्य विकासशील देशों के साझा हितों की सुरक्षा करें। उन्होंने दोनों देशों के नेताओं के बीच महत्वपूर्ण रणनीतिक सहमति का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, चीन और भारत को सांस्कृतिक आदान-प्रदान में अपने पारंपरिक लाभों पर भी ध्यान देना चाहिए।

मेडिकल छात्रों की वापसी व सीधी उड़ान पर भारत-चीन ने की वार्ता

कोरोना महामारी को लेकर चीन प्रतिबंध के कारण दो सालों से अपने घरों में फंसे हजारों भारतीय छात्रों की वापसी को लेकर भारत और चीन ने बातचीत की। साथ ही कोरोना के कारण बाधित सीधी उड़ान सेवा को फिर से शुरू करने पर भी विचार-विमर्श हुआ। चीन में हजारों छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और उनमें ज्यादातर मेडिकल के छात्र हैं।

यात्रा प्रतिबंध के कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित हुई है। चीन में भारत के राजदूत प्रदीप कुमार रावत और चीन के विदेश मंत्री वांग यी की वार्ता में सबसे जटिल मुद्दा भारतीय छात्रों की वापसी का रहा। वांग ने उम्मीद जताई कि इस मुद्दे पर जल्द प्रगति होगी। चीनी विदेश मंत्री ने चीन से भारत की सीधी उड़ान को फिर से बहाल करने पर भी बात की।

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