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दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को लेकर विश्वास व्यक्त किया है।
भारतीय वायू सेना ने मिस्र में एक टैक्टिकल लीडरशिप प्रोग्राम (टीएलपी) को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। टीएलपी को भारत और मिस्र के बीच रक्षा संबंधों की मजबूती से जोड़कर देखा जा रहा है। इस प्रोग्राम के दौरान दोनों देशों के प्रतिभागियों ने आपरेशलन टैक्टिक्स से जुड़ी जानकारी साझा की।
मिस्र से टीएलपी की तस्वीरें साझा करते हुए, भारतीय वायु सेना ने एक ट्वीट में लिखा कि, मिस्र में भारतीय वायुसेना की एक टुकड़ी ने टैक्टिकल लीडरशिप प्रोग्राम (टीएलपी) को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इस अनूठे कार्यक्रम में दोनों देशों के प्रतिभागियों ने आपरेशलन टैक्टिक्स से जुड़ी जानकारी साझा की। भारतीय वायु सेना की टुकड़ी 22 जून को मिस्र पहुंची थी। यहां वो मिस्र की वायु सेना के साथ द्विपक्षीय टैक्टिकल लीडरशिप प्रोग्राम में शामिल हुए। IAF के ओर से किए गए एक ट्वीट में बताया गया है कि इस सैन्य अभ्यास का मुख्य उद्देश्य सैन्य तकनीकों में सुधार लाना है।
इससे पहले पिछले साल नवंबर में, चीफ आफ एयर स्टाफ वीआर चौधरी अपनी पांच दिवसीय यात्रा के लिए मिस्र गए थे। यहां वो काहिरा में आयोजित वायु शक्ति संगोष्ठी और रक्षा प्रदर्शनी में शामिल हुए थे। मौजूदा साल में भारत और मिस्र के बीच राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ है। आपको बता दें, भारत और मिस्र के बीच सौहार्दपूर्ण रक्षा संबंध हैं। 1960 के दशक में संयुक्त रूप से एक लड़ाकू विमान विकसित करने के प्रयासों में दोनों देशों की वायु सेना के बीच घनिष्ठ सहयोग था। IAF पायलटों ने 1960 से 1984 तक मिस्र के पायलटों को भी प्रशिक्षित किया था। हाल के दिनों में, 2015 के बाद से रक्षा प्रतिनिधिमंडलों द्वारा यात्राओं के कई उच्च-स्तरीय आदान-प्रदान हुए हैं।
आज मिस्र अपना राष्ट्रीय दिवस मना रहा है। इस मौके पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मिस्र के लोगों को उनके राष्ट्रीय दिवस पर बधाई दी और दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी को लेकर विश्वास व्यक्त किया है।
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