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न्यूयॉर्क, 15 जुलाई (भाषा) विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा है कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में अपने दो साल के कार्यकाल में सर्वश्रेष्ठ काम करके दिखाएगा, इसके साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि भारत ने यह दिखा दिया है कि वह 15 सदस्यीय संस्था का स्थायी सदस्य बनने का अधिकारी है।
श्रृंगला ने कहा, ''संयुक्त राष्ट्र के साथ हमारे जुड़ाव में अगले महीने सबसे उल्लेखनीय घटनाओं में से एक होने जा रही है। अगस्त के महीने में संरा सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता हमारे पास होगी।''
उन्होंने कहा, ''सुरक्षा परिषद में अपने दो साल के कार्यकाल का हम सर्वश्रेष्ठ तरीके से सदुपयोग करेंगे। हम परिषद पर अपनी छाप छोड़ेंगे और हमारा कहने का तात्पर्य यह है कि भारत वास्तव में अपने योगदान के जरिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता रखने का अधिकारी बन गया है।''
श्रृंगला बुधवार को न्यूयॉर्क पहुंचे। वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो उच्च स्तरीय कार्यक्रमों में शामिल होंगे। वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस से भी बृहस्पतिवार को मुलाकात करेंगे और लीबिया पर परिषद की ब्रीफिंग को संबोधित करेंगे।
भारत लीबिया प्रतिबंध समिति का अध्यक्ष है। श्रृंगला ऐसे समय यात्रा पर आए हैं, जब भारत अगस्त महीने के लिए शक्तिशाली 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा।
श्रृंगला ने 'जयपुर फुट यूएसए' और 'ग्रेशियस गिवर्स फाउंडेशन यूएसए' द्वारा शहर में आयोजित स्वागत समारोह में कहा कि अगस्त में भारत की अध्यक्षता के लिहाज से संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद निरोध और संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा मिशनों के क्षेत्र में नई एवं महत्वूर्ण पहलों की व्यवस्था की है।
उन्होंने कहा कि ये सभी विषय हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और परिषद में भारत की अध्यक्षता के दौरान कई अनोखी पहलों की व्यवस्था की गई है। विदेश सचिव ने कहा कि अध्यक्षता में देश की ओर से ''बहुत उच्च स्तर की भागीदारी'' होगी।
विदेश सचिव ने कहा, ''हम यहां आम सहमति बनाने, समझ विकसित करने के लिए हैं। अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए हम राष्ट्रों के बीच सेतु की तरह हैं। यह जेहन में रखते हुए कि हम स्थायी सदस्य नहीं हैं, फिर कोई उपलब्धि छोटी नहीं लगेगी।''
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बारे में उन्होंने कहा, ''हम वैश्विक महामारी कोविड-19 की दूसरी लहर के बहुत ही कठिन दौर से गुजरे हैं। वायरस के डेल्टा स्वरूप के कारण आई लहर विनाशकारी रही है।''
श्रृंगला ने कहा कि दूसरी लहर आने तक भारत ने अनेक देशों को मदद दी और जब भारत विनाशकारी लहर का सामना कर रहा था तब कई देशों ने महसूस किया कि यह भारत की मदद करने का समय है। उन्होंने महामारी से लड़ाई में भारत की मदद करने के लिए भारतीय-अमेरिकी समुदाय और प्रवासी भारतीयों का आभार व्यक्त किया।
श्रृंगला ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस बयान का उल्लेख किया कि अमेरिका की मदद के लिए भारत खड़ा था और 'हम उनके लिए खड़े रहेंगे'।
विदेश सचिव ने कहा कि जयपुर फुट यूएसए के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने भारत के अनेक हिस्सों में ऑक्सीजन सांद्रक और सिलेंडर की अनेक खेप भेजी थीं जिसका प्रभाव दिखाई दिया।
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