भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में रिलिजियोफोबिया पर दोहरा मापदंड अपनाने से बचने की गुजारिश की है. भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कहा है कि धार्मिक भय (Religiophobia) पर दोहरे मानदंड नहीं हो सकते हैं और इसका मुकाबला केवल एक या दो धर्मों को शामिल करते हुए सेलेक्टिव अभ्यास नहीं होना चाहिए, बल्कि गैर-अब्राहम धर्मों (Non-Abrahamic Religions) के खिलाफ समान रूप से लागू होना चाहिए. संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (T S Tirumurti) ने कहा कि भारत आतंकवाद, खासकर सीमा पार आतंकवाद का सबसे बड़ा शिकार रहा है.
#WATCH | Religiophobia should not be a selective exercise involving only 1 or 2 religions but should apply equally to phobias against non-Abrahamic religions as well... There cannot be double standards on religiophobia: TS Tirumurti, India's Permanent Rep to UN
— ANI (@ANI) June 19, 2022
(Source: UN TV) pic.twitter.com/dBPDUGbbi5